जबलपुर। गोपालबाग जलाशय को संवारने रविवार को सैकड़ों लोगों ने श्रमदान किया। शहर के प्राचीन तालाब को पुनर्जीवन देने के लिए चाहे वह क्षेत्रीय जनता हो या जनप्रतिनिधि सभी ने पूरा सहायोग दिया और आगे भी सहयोग देने का वायदा किया। इसे साफ करने का बीड़ा उठाया क्षेत्रीय पार्षद पं सुशील शुक्ला और बाबू विश्वमोहन ने। नईदुनिया जलसंरक्षण अभियान के तहत श्रमदान रविवार सुबह 8 बजे से शुरू होना था, लेकिन करीब दो घंटे पहले से ही मार्निंग वॉकर्स इंतजार करते रहे। 8 बजते ही 200 से ज्यादा लोग तालाब को स्वच्छ करने में जुट गए।
श्रमदान में बने भागीदार
स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन, महापौर स्वाति गोडबोले, पनागर विधायक सुशील तिवारी, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर, एमआईसी व जल प्रभारी श्रीराम शुक्ला, शहर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. आलोक मिश्रा, पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले, गिरिराज चाचा, अमरीश मिश्रा, अजय मिश्रा, रीतेश अग्रवाल महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष शोभना बिलैया ने भी गोपालबाग जलाशय की सफाई का शुभारंभ किया। निगमायुक्त वेदप्रकाश और उपायुक्त राकेश अयाची, सुधीर शुक्ला, जबलपुर केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष डॉ. चंद्रेश जैन, मनोज शर्मा, नीरज पंडया ने जलाशय की सफाई में योगदान दिया।
सफाई का जज्बा
जनप्रतिनिधि हों या आम नागरिक सभी में सफाई का गजब जज्बा था। तालाब के चारों ओर दीवार थी, लेकिन इसे फांदकर पं. सुशील तिवारी, सुशील शुक्ला, दिनेश यादव के साथ क्षेत्रीय जनता पहुंची और सफाई में जुट गए।
तसला छोड़ हाथ से ही उठाया कचरा
श्रमदान के लिए इतनी जनता पहुंची कि सफाई के लिए उपयोग में ली जा रही सामग्री ही कम पड़ गई, लेकिन उत्साह किसी का कम नहीं हुआ। महापौर डॉ. स्वाति गोडबोले ने बिना वक्त गंवाए हाथ से ही कचरा उठाकर जलाशय का सफाई अभियान छेड़ दिया। पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी हाथ से ही कचरा उठाकर जलाशय की सफाई की।
छात्राओं में भी गजब का उत्साह
संडे था, परीक्षाएं भी चल रही थीं इसके बाद भी एनएसएस की छात्राओं में जलाशय की सफाई के प्रति गजब का उत्साह था। होमसाइंस कॉलेज की एनएसएस टीम की काजल गुप्ता, आस्था जैन, सौम्या दुबे, तृप्ति दुबे, अमृता पटेल, रितु मौर्य, अंजना पटेल समेत 40 छात्राएं जलाशय की सफाई में जुट गईं। रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. अशोक मराठे, होमसाईंस कॉलेज की एनएसएस अधिकारी डॉ. शंपा जैन और जीएस कॉलेज के सुनील देशपाण्डे के नेतृत्व में छात्राओं ने श्रमदान में अपना योगदान दिया।
जुट गई कामगार सहकारी समिति
रानी दुर्गावती श्रमिक एवं कामगार सहकारी समिति हाथ में फावड़े और तसले लेकर तालाब की सफाई करने जुट गई। मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक धर्मेन्द्र राज, जितेन्द्र मलिक, रामजी यादव, प्रदीप समुन्द्रे, अजय सिंह, आशीष, अमित, अरविंद, अर्जुन, छोटेलाल, विकास, मूसा, रानीबाई, रोशनी मीना, दीपा, अनीता, उषा, राजेन्द्र, कविता, कमल, रामाराव ने तालाब की सफाई इस कदर की कि कुछ हिस्से में साफ पानी झलकने लगा।
--------------------
वर्जन
वाकई 'नईदुनिया' बनाने की पहल
नईदुनिया परिवार ने जलाशय संरक्षण अभियान छेड़कर वाकई 'नईदुनिया' बनाने की पहल की है। जल संरक्षण वक्त की जरूरत है। इसमें सभी की भागीदारी जरूरी है। नईदुनिया ने सामाजिक सारोकार को निभाया है। मैं इसमें जो भी आवश्यक होगा पूरी तरह से सहयोग करूंगा।
-शरद जैन, स्वास्थ्य राज्य मंत्री
जलसंरक्षण आज की जरूरत
विश्व में पानी को लेकर हाहाकार मचा है। ऐसे वक्त पर जलसंरक्षण आज की जरूरत है। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जलसंरक्षण पर निरंतर अभियान चला रहे हैं। नईदुनिया की इस पहल में नगर निगम पूरी तरह सहयोग करेगा।
-डॉ. स्वाति गोडबोले, महापौर
पानी की बूंद-बूंद कीमती
शहर ताल-तलैयों का है। संस्कारधानी में पानी की कमी नहीं है। भविष्य को सुरक्षित करने हमें जागरुक होना जरूरी है। नईदुनिया ने पानी की बूंदों को सहेजने का काम जो शुरू किया है। वह बहुत ही महत्वपूर्ण है।
-पं. सुशील तिवारी, विधायक, पनागर
जल को सहेजने अच्छा प्रयास
जल को सहेजने नईदुनिया का अच्छा प्रयास है। इससे हमारे शहर में बदहाल हुए तालाबों और बावड़ियों को नया जीवन मिलेगा। इसमें हम सभी की भागीदारी रहेगी।
-दिनेश यादव, अध्यक्ष, शहर कांग्रेस कमेटी
जल आज सहेजें, भविष्य रहेगा सुरक्षित
जल को आज सहेजेंगे तो भविष्य सुरक्षित रहेगा। नईदुनिया का जलाशय संरक्षण अभियान वक्त की जरूरत है। नईदुनिया को इस भगीरथी प्रयास के लिए हमारा सहयोग रहेगा।
-डॉ. आलोक मिश्रा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता
जलसंरक्षण जरूरी
नईदुनिया जलाशयों के संरक्षण के लिए अभियान चला रहा है। यह स्वागत योग्य है, क्योंकि जिस तरह से पानी की कमी से हमारा शहर जूझ रहा है। इस तरह के अभियानों से जलाशयों को नवजीवन मिल सकेगा।
गोपालबाग जलाशय को संवारने आगे बढ़े सैकड़ों हाथ
आपके विचार
पाठको की राय