ग्वालियर। 12 वर्षीय करन सिंह गोरखी स्कूल में नईदुनिया की मुहिम का हिस्सा बनने सुबह 6 बजे से अपने कोमल हाथों में फावड़ा लिए खड़ा हो गया था। जैसे ही मशीन के जरिए बावड़ी में से कचरा बाहर आना शुरू हुआ, करन सिंह फावड़े से उस कचरे को इकठ्ठा करने लगा। छोटे से बच्चे की इस ललक को देख मुहिम का हिस्सा बनने पहुंचे ग्वालियर संभाग के कमिश्नर एसएन रूपला हैरान रह गए। श्री रूपला ने बच्चे करन से पूछा, बेटा आप किसलिए आए हो। तो बच्चे ने कमिश्नर को जवाब दिया कि अंकल बावड़ी सूख गई है। इसमें दोबारा पानी लाना है। इसलिए यहां आया हूं।

कुछ इसी तरह नईदुनिया की मुहिम का हिस्सा बने शहर के गणमान्य नागरिक, विधायक नारायण सिंह कुशवाह, संभागीय कमिश्नर एसएन रूपला। नेता, अफसर होने का भाव छोड़कर सभी लोग कंधे से कंधा मिलाकर बावड़ी की सफाई में दो घंटे तक जुटे रहे। इस दौरान विधायक नारायण सिंह कुशवाह और संभागीय कमिश्नर एसएन रूपला ने न सिर्फ नईदुनिया की इस मुहिम को सराहा, बल्कि शहर के कुएं, बावड़ी, तालाब और बांधों को जल्द से जल्द अतिक्रमण से मुक्त कराने, उनके रिचार्जिंग के लिए प्रशासनिक मशीनरी लगाने आदि का भरोसा भी दिया।

स्वीकार की गलती, बोले अब जागना ही होगा-

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हमारा ग्वालियर पेयजल स्रोतो के मामले में काफी समृद्घ हुआ करता था। हम लोगों की ही गलतियों और कमियों का शिकार ये कुएं, बावड़ी, तालाब हुए हैं। लेकिन नईदुनिया के कारण आज हम लोग इन्हें पुनर्जीवित करने एकजुट हुए हैं। सत्ताधारी दल का विधायक होने के नाते मैं जिम्मेदारी लेता हूं कि इन पेयजल स्रोतों के पुर्नजीवित करने सरकार से हर तरह की मदद दिलाऊंगा।

नारायण सिंह कुशवाह, विधायक, ग्वालियर दक्षिण

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जिस बावड़ी को मैं आज साफ करने आया हूं, वह सदियों पहले ही कम से कम 25 लाख रुपए में तैयार हुई होगी। लेकिन इसकी सफाई में सिर्फ 50-60 हजार रूपए खर्च होना है। हम लोग तालाब बनाने के लिए पैसा देते हैं। लेकिन जो बावड़ी, तालाब, कुंए पहले से ही मौजूद हैं और चंद हजार रुपए के खर्च में पुनर्जीवित हो सकते हैं तो हमें इस दिशा में काम करना चाहिए। नईदुनिया के कारण आज हम लोगों ने इस दिशा में सोचना और अमल करना शुरू किया है। ग्वालियर में मैंने कुछ ही समय पहले ज्वाइन किया है। मैं इन सभी पेयजल स्रोतों का ब्यौरा मंगाकर इनके पुनर्जीवन के लिए प्रशासनिक मशीनरी लगा दूंगा।

एसएन रूपला, कमिश्नर, ग्वालियर संभाग

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मेरी पत्नी इस क्षेत्र की पार्षद हैं। इसलिए मैं और मेरी पत्नी मिलकर लगातार क्षेत्र के कुएं, बावड़ी की सफाई का अभियान चला रहे हैं। कुछ सफलता हमें मिली है और पूरी सफलता के लिए अब नईदुनिया का साथ हमें मिला है। उम्मीद है फिर से इन कुएं, बावड़ी का इस्तेमाल पेयजल के लिए होता हुआ हम देख सकेंगे।

अजय अरोरा, संभागीय मीडिया प्रभारी, भाजपा

इन लोगों ने भी किया श्रमदान-

पप्पू वर्मा, प्रांत संयोजक, बजरंग दल, भाजपा हेमू कॉलानी मंडल अध्यक्ष रमेश सेन, केमिस्ट एसोसिएशन के शिवरतन सिदवानी, राजेश वाधवानी, जय सिंह सेंगर, अजय शर्मा, संजय अग्रवाल, महेन्द्र श्रीवास्तव, साहित्यकार माता प्रसाद शुक्ला , शिक्षक ऋषिराज श्रीवास्तव, एसएन नीखरा प्रिंसिपल गोरखी स्कूल, ज्योति कामले, शोभना कामले, अनूप उदैनिया, महेन्द्र श्रीवास्तव, ममता सिंह, मनोज सांघी,