नई दिल्लीः अमरीका में अगले महीने से ब्याज दरों में बढ़ौतरी की संभावना तथा मजबूत डॉलर के दबाव में अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सप्ताहांत पर सोना लगभग 6 साल के निचले स्तर 1052.46 डॉलर प्रति औंस तक उतर गया जबकि घरेलू बाजार में सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर यह साढ़े 3 महीने के निचले स्तर 25,615 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया।
वैश्विक दबाव के साथ स्थानीय बाजार में मांग में सुस्ती जारी रहने से पीली धातु में 195 रुपए की गिरावट दर्ज की गई। चांदी भी 150 रुपए फिसलकर 34,100 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई।
लंदन और न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को सोना हाजिर 1.31 प्रतिशत टूटकर 1057.7 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 1052.46 डॉलर प्रति औंस तक भी उतरा जो फरवरी 2010 के बाद का इसका निचला स्तर है। अमरीकी सोना वायदा भी 13.6 डॉलर गिरकर 1056.1 डॉलर प्रति औंस रह गया।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, शुक्रवार को दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के साढ़े 8 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के कारण पीली धातु पर दबाव है। इसकी खरीद फरोख्त मुख्यत: डॉलर में होती है और डॉलर के चढऩे से अन्य मुद्राओं वाले देशों के लिए यह महंगी हो जाता है जिससे मांग में कमी आती है। इसके अलावा अगले महीने से अमरीका में ब्याज दरों में बढ़ौतरी की मजबूत संभावना से भी सोने पर दबाव है।
अमरीकी फेडरल रिजर्व की बैठक 15 और 16 दिसंबर को होनी है। पिछली बैठक के बाद जारी बयान में उसने कहा था कि यदि अर्थव्यवस्था के मुख्य मानक अपेक्षित स्तर पर रहते हैं तो दिसंबर में ब्याज दरों में बढ़ौतरी शुरू की जा सकती है। बैठक के बाद से अब तक जारी आर्थिक आंकड़े मजबूत रहे हैं। इसलिए लगभग एक दशक बाद वहां ब्याज दरों में दिसंबर में वृद्धि किए जाने की संभावना बढ़ी है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कल चांदी 1.19 प्रतिशत लुढ़ककर 14.06 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।
सोना साढ़े 3 महीने के निचले स्तर पर
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