श्रीनगर। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर प्रसिद्ध छड़ी मुबारक के अमरनाथ पहुंचने के साथ ही शनिवार को वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समापन हो गया। इस साल करीब 3.52 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमरानाथ स्थित पवित्र शिवलिंग के दर्शन किए।

अधिकारियों ने बताया कि साधुओं का एक समूह शेषनाग से छड़ी मुबारक लेकर छह किलोमीटर चलकर तड़के 3,880 मीटर की ऊंचाई पर पवित्र अमरनाथ गुफा पहुंचा। इस दल की अगुवाई छड़ी मुबारक के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरि ने की। उन्होंने बताया कि छड़ी मुबारक के पहुंचने पर गुफा में विशेष पूजा अर्चना की गई जहां बर्फ से शिवलिंग का निर्माण होता है। छड़ी भगवान शिव का राजदंड है।

अधिकारियों ने बताया कि अमरनाथ यात्रा दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले के पहलगाम मार्ग और मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल मार्ग से 2 जुलाई को शुरू हुई थी, जो कमोबेश शांतिपूर्ण रही। इस यात्रा के दौरान 3.52 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गुफा में शिवलिंग के दर्शन किए। ज्यादातर तीर्थयात्रियों ने 45 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग के बजाय 16 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से यात्रा की।

पुलिस के अनुसार इस यात्रा के दौरान 30 यात्रियों और चार सुरक्षाकर्मियों समेत 41 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हुई। इनमें ज्यादातर मौतें दिल का दौरा पड़ने की वजह थी। गौरतलब है कि अगले सप्ताह पहलगाम में लिड्डर नदी के तट पर पूजा और विसर्जन के पश्चात छड़ी मुबारक यहां दशनामी अखाड़े में अपने स्थायी आवास लौट आएगा।