शुक्रवार को सावन पूर्णिमा का समृद्धि देने वाला शुभ संयोग, अब 2023 में बनेगा ये योग
सावन महीने की पूर्णिमा को स्कंदपुराण और भविष्यपुराण में पर्व कहा गया है। इस बार ये पूर्णिमा दो दिन है। यानी 11 को इस तिथि में श्राद्ध और पूजा कर सकते हैं। 12 अगस्त को स्नान करना शुभ रहेगा। इस तिथि पर भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा की जाती...
Published on 12/08/2022 6:00 AM
सम्यक दृष्टिकोण की जरूरत
आज मानवता को बचाने से अधिक कोई करणीय काम प्रतीत नहीं होता। मनुष्य औद्योगिक और यांत्रिक विकास कर पाए या नहीं, इनसे मानवता की कोई क्षति नहीं होने वाली है, किंतु उसमें मानवीय गुणों का विकास नहीं होता है तो कुछ भी नहीं होता है। एक मानवता बचेगी तो सब...
Published on 10/08/2022 6:00 AM
इन स्थानों पर रुकना है आपके जीवन में आने वाली भयंकर असफलता का सूचक, पीढ़ी दर पीढ़ी होता जाता है विनाश
इस बात में कोई संशय नहीं कि आचार्य चाणक्य की नीतियां वाकई सफलता की कुंजी हैं. अगर इनका अनुसरण पूर्ण रूप से जीवन में किया जाए तो व्यक्ति न सिर्फ जीवन में सक्सेस की सीढ़ियां चढ़ता चला जाता है बल्कि समाज में विशेष मान सम्मान भी पाता है.यूं तो चाणक्य...
Published on 08/08/2022 6:45 AM
ध्यान से खुल जाते हैं आत्मा के सारे चक्र
उपदेशों और सिद्धांतो की इतनी भरमार है कि परमात्मा को अर्थात अपने जीवन के परम लक्ष्य को ढूंढना घास में से सुई खोजने के बराबर हो गया है। कुछ लोगों के लिए आध्यात्मिकता, माया से मुक्त होने का साधन है तो कुछ लोगों के लिए यह तप और भक्ति से...
Published on 08/08/2022 6:15 AM
'थुकदम’ पर शोध खोलेगा जीवन-मृत्यु का रहस्य
गीता में कहा गया है कि शरीर तो एक पुतला मात्र है इसमें मौजूद आत्मा जीव है। यह जिस शरीर में होता है उस शरीर के गुण, कर्म और अपेक्षा के अनुरूप मृत्यु के बाद नया शरीर धारण कर लेता है। आत्मा न तो जन्म लेता है और न इसकी...
Published on 07/08/2022 6:15 AM
मन की शक्ति
मन को जीवन का केंद्रबिंदु कहना असंभव नहीं है। मनुष्य की क्रियाओं, आचरणों का प्रारंभ मन से ही होता है। मन तरह-तरह के संकल्प, कल्पनाएं करता है। जिस ओर उसका रुझान हो जाता है उसी ओर मनुष्य की सारी गतिविधियां चल पड़ती है। जैसी कल्पना हो उसी के अनुरूप प्रयास-पुरुषार्थ...
Published on 06/08/2022 6:15 AM
सांख्य और कर्मयोग का संबंध
भौतिक जगत के विश्लेषणात्मक अध्ययन (सांख्य) का उद्देश्य आत्मा को प्राप्त करना है। भौतिक जगत की आत्मा विष्णु या परमात्मा है. भगवान की भक्ति का अर्थ परमात्मा की सेवा है। एक विधि से वृक्ष की जड़ खोजी जाती है और दूसरी विधि से उसको सींचा जाता है। सांख्य दर्शन का...
Published on 05/08/2022 6:00 AM
क्षमा भाव आत्मसात करें
बुद्धि का अर्थ है नीर-क्षीर विवेक करने वाली शक्ति और ज्ञान का अर्थ है आत्मा तथा पदार्थ को जान लेना। ज्ञान का अर्थ है आत्मा तथा भौतिक पदार्थ के अन्तर को जानना। आधुनिक शिक्षा में आत्मा के विषय में कोई ज्ञान नहीं दिया जाता, केवल भौतिक तत्वों तथा शारीरिक आवश्यकताओं...
Published on 01/08/2022 6:00 AM
उत्सव है बुद्धत्व
बुद्धत्व मौलिक रूप से प्रांति है, विद्रोह है, बगावत है। काशी के पंडितों की सभा प्रमाणपत्र थोड़े ही देगी बुद्ध को! बुद्धपुरुष तुम्हें पोप की पदवियों पर नहीं मिलेंगे और न शंकराचायरें की पदवियों पर मिलेंगे। क्योंकि ये तो परंपराएं हैं। और परंपरा में जो आदमी सफल होता है, वह...
Published on 31/07/2022 6:45 AM
भगवान का अचिंत्य ऐश्वर्य
भगवान भौतिक जगत के पालन व निर्वाह के लिए प्रत्यक्ष रूप से उत्तरदायी नहीं हैं। हम एटलस (एक रोमन देवता) को कंधों पर गोला उठाये देखते हैं। वह अत्यन्त थका लगता है और इस विशाल पृथ्वीलोक को धारण किये रहता है। हमें किसी ऐसे चित्र को मन में नहीं लाना...
Published on 30/07/2022 6:00 AM