संवेदनशील और सबल बनो
सदाचार का तब तक पालन किए जाओ जब तक यह तुम्हारा स्वभाव न बन जाए। मित्रता, दया और ध्यान का अभ्यास जारी रखो। जब तक यह न समझ जाओ कि यह तुम्हारा स्वभाव है। जब कार्य स्वभावत: किया जाता है,तब तुम फल की लालसा नहीं रखते हो। सहजता से बस...
Published on 13/11/2022 6:00 AM
मन में होना चाहिए सेवा का भाव
एक समय की बात है, कागावा नामक एक युवक जापान में रहता था। उसने अपनी पढ़ाई समाप्त करने के पश्चात जरूरतमंद जापानी लोगों व वहां के दीन-दुखियों की सेवा करने लगा।सेवा करते-करते उसे अपने कार्यों में इतना आनंद आने लगा कि उसने अन्य लोगों को भी इस सेवा कार्य में...
Published on 11/11/2022 6:45 AM
विचारों की तरंगें
राजा की सवारी निकल रही थी। सर्वत्र जय-जयकार हो रही थी। सवारी बाजार के मध्य से गुजर रही थी। राजा की दृष्टि एक व्यापारी पर पड़ी। वह चन्दन का व्यापार करता था। राजा ने व्यापारी को देखा। मन में घृणा और ग्लानि उभर आई। उसने मन ही मन सोचा, 'यह...
Published on 09/11/2022 6:15 AM
अज्ञान का आवरण
गुरू के पास डंडा था। उस डंडे में विशेषता थी कि उसे जिधर घुमाओ, उधर उस व्यक्ति की सारी खामियां दिखने लग जाएं। गुरू ने शिष्य को डंडा दे दिया। कोई भी आता, शिष्य डंडा उधर कर देता। सब कुरूप-ही-कुरूप सामने दीखते। अब भीतर में कौन कुरूप नहीं है? हर...
Published on 08/11/2022 6:00 AM
जीवन जीने का सही मार्ग दिखाते हैं गुरु नानक देव के ये अनमोल वचन
हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु नानक जी की जयंती मनाई जाती है।इस साल 8 नवंबर को गुरु नानक देव जी की जयंती है। गुरु नानक जी सिखों के पहले गुरु और सिख धर्म के संस्थापक हैं। सिख धर्म को मानने वालों के...
Published on 07/11/2022 6:45 AM
सहन करना सीखें
व्यक्ति स्वयं ही बेचैनी का जीवन जीता है और अकारण ही जीवन में अनेक कष्टों को आमंत्रित कर लेता है। एक आदमी था। वह सदा प्रसन्न रहता था। एक दिन उसको उदास देखकर मित्र ने पूछा, मित्र! तुम सदा प्रसन्न रहते थे। तुम्हारी सारी अनुकूलताएं थीं। पर आज तुम बहुत...
Published on 07/11/2022 6:15 AM
गहराई में जाएं
गुरू के पास तीन शिष्य आए, बोले, गुरूदेव! हम साधना करना चाहते हैं। कोई साधना का सूत्र बताएं। गुरू ने सोचा, साधना का सूत्र बताने से पहले परीक्षा कर ली जाए। गुरू ने तीनों से एक प्रश्न पूछा, आंख और कान में कितना अंतर है। पहला व्यक्ति बोला, चार अंगुल...
Published on 04/11/2022 6:15 AM
स्वार्थ पर टिके रिश्तों की उम्र बड़ी छोटी होती है, पढ़ें इससे जुड़ी अनमोल सीख
आज कल की भाग दौड़ की जिंदगी में कई लोग मिलते जुलते रहते है। उस भीड़ में से कोई एक - दो ही इंसान होता है जो सच्चा मित्र बनता है। नहीं तो आज कल के समय में आधे से ज्यादा रिश्ते सिर्फ मतलब के रह गए है। आज के...
Published on 03/11/2022 6:15 AM
विश्वास की ताकत
एक अंग्रेज अफसर अपनी नवविवाहिता पत्नी के साथ जहाज में सवार होकर सफर पर निकला। रास्ते में समुद्र में जोर का तूफान आया। मुसाफिर घबरा उठे। पर वह अंग्रेज अफसर जरा भी नहीं घबराया। उसकी पत्नी भी व्याकुल हो गई थी। उसने अपने पति से पूछा-इतना खतरनाक तूफान आया है।...
Published on 02/11/2022 6:30 AM
महात्मा बुद्ध का सबसे बड़ा उपदेश!
एक दिन महात्मा बुद्ध के शिष्यों का एक समूह घूम-घूमकर उनके उपदेशों का प्रचार कर रहा था कि मार्ग में भूख से तड़पता एक भिखारी दिखाई दिया।उसे देखकर बुद्ध के एक शिष्य ने उसके पास जाकर कहा, ''अरे मूर्ख! इस तरह क्यों तड़प रहा है?तुझे पता नहीं कि तेरे नगर...
Published on 01/11/2022 6:45 AM