नई दिल्ली। इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गए कैलाश सत्यार्थी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रिय परियोजनाओं में मदद करने की इच्छा जताई। सत्यार्थी ने शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान स्वच्छ भारत अभियान व सांसद आदर्श ग्राम योजना में योगदान देने की इच्छा जताई।

सत्यार्थी से अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए चुने जाने पर सम्मानित किया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बाल श्रम व बाल तस्करी के खिलाफ मुहिम चलाने वाले सत्यार्थी ने मोदी के साथ इस मुहिम में सोशल मीडिया की भूमिका पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

दुनियाभर से मिल रहीं बधाइयां:

संयुक्त राष्ट्र। नोबेल शांति पुरस्कार के संयुक्त विजेता कैलाश सत्यार्थी व मलाला यूसुफजई को दुनियाभर से बधाइयां मिल रही हैं। दोनों को बधाई देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उन्हें मानवीय सम्मान के संघर्ष का प्रतीक बताया।

अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि सत्यार्थी व मलाला के प्रयासों ने दुनियाभर के लाखों बच्चों को लाभान्वित किया है। विजेताओं को शुभकामना देते हुए अमेरिकी सांसदों ने इन्हें आशा और धीरज का प्रतीक बताया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा कि दोनों बच्चों के महानतम चैंपियन हैं और असली विजेता इनसे जुड़े दुनियाभर के बच्चे हैं।

यूएन में मानवाधिकारों के उच्चायुक्त जैद राड अल हुसैन ने कहा कि मानवाधिकार रक्षा से जुड़ी दो अग्रणी हस्तियों को नोबेल शांति पुरस्कार एक सकारात्मक संदेश है। विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम यंग किम ने कहा कि ये दोनों बच्चों के शोषण और उनकी अशिक्षा के खिलाफ मुहिम को लेकर प्रतिबद्ध हैं। केंद्रीय श्रम मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी सत्यार्थी को बधाई दी।