भोपाल : गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने उन्नत कृषि के लिये खेती करने के तरीके में बदलाव लाने की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि कम से कम भूमि पर अधिक उत्पादन हो इसके लिये हमें आज के दौर के खेती करने के तरीके अपनाने होंगे। श्री गौर आज रायसेन में कृषि महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे।
श्री गौर ने कहा कि देश का किसान बेहद ईमानदार और कठिन परिश्रमी है। उन्हें फसल का वाजिब दाम मिले तथा वे अपनी आर्थिक दशा सुधार सकें, इसके लिये सरकार द्वारा अनेक योजनाएँ चलाई जा रही हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि साँची क्षेत्र में कुछ पढ़े-लिखे युवा भी खेती-किसानी कर रहे हैं। यह जानकर प्रसन्नता हुई। यह कृषि के क्षेत्र में हो रहे बदलावों और सरकार की योजनाओं का ही नतीजा है।
श्री गौर ने कहा कि कृषि क्रांति रथ जब गाँव में जायेगा तो वहाँ पर कृषि वैज्ञानिकों एवं तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा आयोजित चर्चा एवं गोष्ठी में किसानों को अवश्य शामिल होना चाहिये। उन्होंने किसानों से कहा कि खेती से जुड़ी उनके मन में जिज्ञासाओं और सवालों को विशेषज्ञों से जरूर पूछें। कृषि क्रांति रथ एक जन-जागृति रथ है और इसका उद्देश्य किसानों में कृषि के प्रति जागृति लाना है। गृह मंत्री ने कहा कि हमारे देश में दान का अत्यधिक महत्व है। गाँव के गरीब, निर्धन व्यक्तियों को अन्न का दान अवश्य करना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज इस समारोह में स्वागत सम्मान में मुझे भेंट किए गए अनाज को गाँव के आँगनवाड़ी एवं स्कूली बच्चों के भोजन के लिये दान दिया जायेगा।
गृह मंत्री एवं प्रभारी मंत्री बाबूलाल गौर, कलेक्टर जे.के. जैन, सीईओ जिला पंचायत अनुराग चौधरी द्वारा किसानों को चना, बीज एवं मिनीकिट का वितरण किया गया। श्री गौर द्वारा कृषि क्रांति रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
आज के दौर में खेती के तरीके में बदलाव जरूरी
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