लंदन । ब्रिटेन ने मासिक धर्म उत्पादों 'टैम्पोन टैक्स' को समाप्त कर दिया है। ब्रिटेन ने मासिक धर्म उत्पादों पर लगने वाले 5 प्रतिशत वैट को खत्म कर दिया है। इसे टैम्पोन टैक्स के रूप में जाना जाता है। इसका मतलब है कि अब ब्रिटेन में 1 जनवरी 2021 से मासिक धर्म उत्पादों पर पर वैट नहीं लगेगा।  एक जनवरी 2021 से महिलाओं के सैनिटरी उत्पादों पर वैट लागू नहीं होगा। यह कदम उस व्यापक सरकारी कार्रवाई का एक हिस्सा है, जिसके अंतर्गत जिसमें स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों में मुफ्त सैनिटरी उत्पादों का वितरण शामिल है। इस कदम से महिलाओं को मासिक धर्म संबंधित उत्पाद आसानी से प्राप्त हो पाएंगे और उनकी समस्याएं कम होंगी। इस स्थिति को पीरियड पॉवर्टी को कम या समाप्त करना कहा जाता है। 
ब्रिटेन सरकार ने एक बयान में कहा है कि संक्रमण काल के समाप्त होने तक यह कदम उठाया जा सकता है। इसके साथ सैनेटरी उत्पादों पर वैट को अनिवार्य करने के यूरोपीय संघ के कानून से मुक्ति मिलेगी। सरकार ने बयान में यह भी कहा है कि टैम्पोन टैक्स को समाप्त करने और सैनिटरी उत्पादों को सस्ता करने और सभी महिलाओं के लिए उपलब्ध कराने की सरकार की व्यापक रणनीति और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। चांसलर ऋषि सुनक ने टैम्पोन टैक्स समाप्त करने के वादे को पूरा करने पर कहा कि सैनिटरी उत्पाद अनिवार्य हैं और उसके लिए जरूरी है कि हम वैट की वसूली न करें। चांसलर ऋषि सुनक ने यह भी कहा कि मार्च 2020 के बजट में 1 जनवरी 2021 से टैम्पोन कर को समाप्त किया जाना तय किया गया था, क्योंकि ट्रांजीशन पीरियड 31 दिसंबर को खत्म हो रहा है। इसका अर्थ यह है कि ब्रिटेन अब यूरोपीय संघ के वैट निर्देश को मानने के लिए बाध्य नहीं है, जिसमें सभी सैनेटरी उत्पादों पर न्यूनतम 5 फीसदी कर अनिवार्य है। 
नवंबर 2020 में स्कॉटलैंड सार्वजनिक सुविधाओं में टैम्पोन और पैड सहित मासिक धर्म उत्पादों को आम जनता के लिए मुफ्त करने वाला दुनिया का पहला देश बना था. विश्व स्तर पर कुछ मुट्ठी भर देशों में ही सैनिटरी उत्पादों पर कोई कर नहीं लगाया जाता है, जिसमें कनाडा, भारत, ऑस्ट्रेलिया, केन्या और कई अमेरिकी राज्य शामिल हैं। जर्मनी ने भी स्त्री स्वच्छता उत्पादों पर टैक्स को कम किया।