कोरोना खत्म करने के लिए 34 साल के शख्स ने पिया रोज 5 लीटर पानी, ब्रेन में सूजन आई; बेहोश हुआ
- ब्रिटेन के ल्यूक विलियमसन को बेहोश होने के बाद 3 दिन तक वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ा
- शरीर में पानी अधिक होने पर सोडियम की कमी हो गई, इसे वॉटर इनटॉक्सिकेशन कहते हैं
जरूरत से ज्यादा पानी पीना भी खतरनाक है। इसका एक मामला ब्रिटेन में सामने आया है। यहां 34 साल के ल्यूक विलियमसन को कोरोना का संक्रमण हुआ। डॉक्टर्स ने उन्हें रोजाना 2 लीटर पानी पीने की सलाह ली। ल्यूक का मानना था ज्यादा पानी पीने से कोरोना का असर कम हो जाएगा इसलिए उसने 2 की जगह 5 लीटर पानी पीना शुरू कर दिया। शरीर में पानी अधिक पहुंचने के कारण सोडियम का स्तर नीचे गिरता गया और खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
शरीर में पानी इकट्ठा होने पर ल्यूक उल्टी और थकान से जूझ जूझने लगे। एक दिन अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। आनन-फानन में उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट दिया गया।
जितनी सलाह दी उसका दोगुना पानी पीना शुरू किया
लौरा के मुताबिक, ल्यूक को एक हफ्ते से कमजोरी महसूस हो रही थी। कोरोना के लक्षण दिखने पर डॉक्टर्स ने उन्हें 2 लीटर पानी पीने की सलाह दी लेकिन ल्यूक ने रोजाना 5 लीटर पानी पीना शुरू कर दिया। डॉक्टर्स का कहना है, अधिक पानी पीने के कारण मरीज के शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स (शरीर में मिनिरल का लेवल) का लेवल बिगड़ गया। शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी इकट्ठा होने की स्थिति को वॉटर इनटॉक्सिकेशन कहते हैं।
3 दिन तक वेंटिलेटर पर रखना पड़ा
पत्नी लौरा के मुताबिक, जिस दिन ल्यूक बाथरूम में बेहोश मिले, शुक्र था कि मैं पास में थी। तुरंत डॉक्टर्स को बुलाया और ल्यूक को लेकर हॉस्पिटल पहुंची। डॉक्टर्स ने बताया, शरीर में पानी अधिक होने के कारण ब्रेन में सूजन आ गई थी। हालत अधिक बिगड़ने के कारण उसे 3 दिन तक वेंटिलेटर में रखा गया।
एक दिन में 2.7 से 3.7 लीटर पानी पीना सही
एक्सपर्ट कहते हैं, एक दिन में 2.7 से 3.7 लीटर पानी पिया जा सकता है। पानी की मात्रा मौसम, खानपान, तापमान, हेल्थ कंडिशन और आपकी एक्टिविटी पर भी निर्भर करती है। रोजाना 5 लीटर पानी पीने से किडनी पर लोड बढ़ जाता है। किडनी को शरीर से अतिरिक्त पानी निकालने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है।