ऑकलैंड
इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने क्रिकेट को और बढ़ावा देने के लिए टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे इंटरनैशनल लीग को आज अपनी बैठक में हरी झंडी दे दी। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डेव रिचर्डसन ने आईसीसी की गवर्निंग बॉडी के मीटिंग के बाद इसकी जानकारी दी। पिछले काफी समय से क्रिकेट में द्विपक्षीय सरीज में क्रिकेट को और रोचक बनाने के लिए इन सुझावों पर चर्चा चल रही थी। आज की बैठक के बाद आईसीसी ने इस पर निर्णय ले लिया।

आईसीसी के इस नए फैसले के बाद अब इस टेस्ट सीरीज लीग में कुल 9 टीमें कुल 6 सीरीज खेलेंगी। यह सभी टीमें 2 साल में 6 सीरीज खेलेंगी। इन 6 सीरीज में से 3 सीरीज अपने घर में और 3 सीरीज घर से बाहर खेलेंगी, वहीं वहीं लीग खेलकर टीमें क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए यहीं से क्वॉलिफाइ करेंगी। इस तरह वर्ल्ड कप में आईसीसी की 12 फुल मेंबर टीमें और आईसीसी वर्ल्ड क्रिकेट लीग चैंपियनशिप की विजेता टीम हिस्सा लेंगी।

    
आज हुई बैठक में आईसीसी बोर्ड ने 9 टीमों की टेस्ट लीग और 13 टीमों की वनडे लीग को हरी झंडी दी है। आईसीसी ने यह निर्णय क्रिकेट में द्विपक्षीय सीरीज को पहले से अधिक महत्व देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इस मौके पर आईसीसी के चेयरमन शशांक मनोहर ने कहा, 'क्रिकेट में और रूझान बढ़ाने के उद्देश्य से इस अग्रीमेंट पर सहमति बनाने के लिए मैं अपने सभी सदस्यों को इसकी बधाई देता हूं।'

उन्होंने कहा, 'द्विपक्षीय सरीज को महत्वपूर्ण बनाना कोई नई चुनौती नहीं थी, लेकिन यह पहली बार है, जब इसका सही समाधान हो पाया है। अब इसका मतलब यह है कि दुनिया भर के फैन्स इंटरनैशनल क्रिकेट के हर मैच का लुत्फ उठा सकते हैं क्योंकि उन्हें यह पता होगा कि वनडे लीग का हर मैच वर्ल्ड कप क्ववॉलिफाइ के नजरिए से महत्वपूर्ण होगा।'