माना जा रहा है कि सीरिया में अमेरिकी ड्रोन हमले में इस्लामिक स्टेट का कुख्यात ब्रिटिश आतंकवादी जिहादी जॉन मारा गया है जो वीडियो में नकाब पहनकर बंधकों को मौत के घाट उतारता दिखाई देता रहा है। उसका मूल नाम मोहम्मद एमवाजी है।

वैसे तो पेंटागन इस बात का आकलन करने में जुटा है कि यह आतंकवादी सीरिया में सैन्य कार्रवाई में मारा गया गया नहीं, लेकिन नंबर 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने संकेत दिया कि इस बात की प्रबल निश्चितता है कि वह हमले में मारा गया।

प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अमेरिका से यह रिपोर्ट मिलने के बाद शुक्रवार को बाद में डाउनिंग स्ट्रेट से बयान जारी कर सकते हैं कि अमेरिकी सेना को 99 फीसदी यकीन है कि वह ड्रोन हमले में मारा गया। डाउनिंग स्ट्रीट और ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के सूत्र जिहादी जॉन की मौत के बारे में अमेरिकी सू़त्रों की तुलना अपनी प्रतिक्रिया को लेकर अपेक्षाकृत कम सुनिश्चित हैं लेकिन ब्रिटिश सूत्रों ने कहा कि इस बात की अधिक निश्चितता है कि वह मारा गया।

10, डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता ने बताया कि ब्रिटिश सेना इस अभियान में अमेरिका के साथ मिलकर काम कर रही है। रातभर चली कार्रवाई के ब्योरे की घोषणा करते हुए पेंटागन के प्रेस सचिव पीटर कुक ने कहा कि अमेरिकी सैन्यबलों ने 12 नवंबर, 2015 को मोहम्मद एमवाजी को निशाना बनाते हुए सीरिया के रक्का में हवाई हमला किया।

पेंटागन ने कहा कि एमवाजी अमेरिकी पत्रकारों स्टीवन सोटलोफ और जेम्स फोले, अमेरिकी सहायताकर्मी अब्दुल-रहमान कासिग, ब्रितानी सहायताकर्मी डेविड हेन्स और एलन हेनिंग और जापानी पत्रकार केंजी गोटो और कई अन्य बंधकों की हत्याओं वाले वीडियो में नजर आया। अंग्रेजी बोलने वाला एमवाजी के बारे में माना जाता है कि उसकी पैदाइश कुवैत में हुई। उसे उन वीडियो में देखा गया जिनमें लोगों का सिर कलम करते हुए देखा गया।