भोपाल। नए शहर के कलियासोत डेम के आसपास दो बाघों की मौजूदगी के बाद पुराने शहर के रहवासी क्षेत्र में दो बाघ होने की खबर है जिनमें से एक टाइगर गुरुवार को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया था। रात को एक और टाइगर की दहाड़ वहां के लोगों ने सुनी है जिसकी तलाश के लिए वन विभाग की टीम लगी है।

जानकारी के मुताबिक पुराने शहर के करौंद क्षेत्र में रात एक टाइगर की दहाड़ सुनी गई। भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान के सिक्यूरिटी इंचार्ज सुनील बाथम ने सबसे पहले रात करीब साढ़े तीन बजे कुत्तों के शोर के बाद उन्हें भगाने का प्रयास किया तो एक जंगली जानवर के दहाड़ने की आवाज सुनी। इसके बाद उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया जिन्होंने वन विभाग को सूचना दी है। भारतीय कृषि अभियांत्रिकीय संस्थान के पास ही भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान हैं और गुरुवार को ही कृषि अभियांत्रिकीय संस्थान से एक बाघ को पकड़ा गया था।

आज सुबह वन विभाग की टीम भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान पहुंची जिसने जंगली जानवर के पगमार्क की पुष्टि की। दो जानवरों के पगमार्क लिए गए हैं जो टाइगर के बताए जा रहे हैं। पगमार्क के आधार पर वन विभाग की जानवरों की उम्र और लिंग का पता लगाने का प्रयास करेगी। दोपहर में उन्होंने मृदा विज्ञान संस्थान के आसपास जानवर की तलाशी का अभियान चलाया। संस्थान के एक हिस्से में ऊंची-ऊंची घास लगी है और काफी झाड़ियां हैं तो एक हिस्से में भानपुर क्षेत्र है जहां रहवासी बस्तियां हैं।

गौरतलब है कि भोपाल के कलियासोत डेम के आसपास पिछले कई महीनों से दो टाइगर घूम रहे हैं जिन पर अब लोगों की भीड़ का असर नहीं पड़ रहा है। वहीं करौंद जैसे घने आबादी वाले क्षेत्र में इन जानवरों की मौजूदगी से स्थानीय लोगों में दहशत बढ़ गई है।