स्टॉकहोम. लिटरेचर में 2015 के नोबेल प्राइज के लिए बेलारूस की राइटर और जर्नलिस्ट स्वेतलाना एलिक्सविच को चुना गया है। इन्हें पूर्व सोवियत यूनियन में लोगों की जिंदगी को अपनी लेखनी के जरिए बेहतरीन ढंग से पेश करने के लिए यह प्राइज दिया जाएगा। लिटरेचर के नोबेल के लिए चुनी गईं वे पहली जर्नलिस्ट हैं।
कौन हैं स्वेतलाना?
- यूक्रेन में 1948 में जन्मी स्वेतलाना पॉलीटिकल राइटर हैं, जो हमेशा से अपने देश की सरकार की आलोचक रही हैं।
- वे 'ए प्रेयर फॉर चेर्नोबिल' की ऑथर भी हैं।
- स्वेतलाना ने 'वॉइसेज ऑफ उटोपिया' बुक सीरीज लिखी है।
- यह सीरीज पूर्व सोवियत यूनियन में लोगों की स्थिति के साथ ही 1986 में चेर्नोबिल में हुए न्यूक्लियर हादसे के नतीजों का ब्योरा बताती है।
- इसमें अफगानिस्तान में रूसी वॉर का भी जिक्र है।
लिटरेचर में नोबेल के लिए चुनी गईं 14वीं महिला
स्वेतलाना लिटरेचर में नोबेल प्राइज के लिए चुनी गईं 14वीं महिला हैं। उनसे पहले 2013 में कनाडा की एलिस मुनरो ने लिटरेचर के लिए नोबल प्राइज जीता था। स्कॉटहोम ने प्राइज के लिए उनके नाम का एलान करते हुए स्वीडिश एकेडमी की चेयरपर्सन सारा डैनियस ने कहा, ''उनका काम हमारे दौर के दुख और बहादुरी को दिखाता है।’’
बेलारूस की स्वेतलाना को लिटरेचर का नोबेल, इस कैटेगरी में पहली बार चुनी गईं जर्नलिस्ट
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