अमरीकी नेतृत्व वाले गठबंधन देशों ने रूस को सीरिया में इस्लामी आतंकियों पर हवाई हमले फिलहाल रोकने को कहा है.

सीरिया में इस्लामी स्टेट पर रूस की ओर से लगातार हो रहे हवाई हमले को रोकने की मांग करते हुए गठबंधन देशों ने कहा है कि इससे सीरिया के आम नागरिकों और विपक्ष को काफी नुकसान पहुंच रहा है.

इससे पहले सीरियाई विपक्षी दलों ने भी शिकायत की थी कि उन्हें रूस के हमलों से नुकसान उठाना पड़ रहा है.

शुक्रवार को दिए एक संयुक्त ज्ञापन में अमरीका, ब्रिटेन, तुर्की और सऊदी अरब ने कहा कि रूस की ओर से लगातार हो रहे हमलों से सीरिया की स्थिति और बिगड़ सकती है.

आरोपों को गलत बताते हुए रूस ने दावा किया है कि वो केवल इस्लामी स्टेट के चरमपंथियों को ही निशाना बना रहा है.

रूसी वायु सेना ने बुधवार से सीरिया पर हवाई हमले शुरू किए हैं. एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी के मुताबिक ये हमले तीन से चार महीनों तक चल सकते हैं.
बातचीत

ख़ास बात है कि गठबंधन देशों की ओर से ये प्रस्ताव ऐसे वक्त पर आया है जब फ्रांस और रूस के राष्ट्रपति यूक्रेन में शांति के मुद्दे पर पेरिस में बातचीत करेंगे.

इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने स्पष्ट कर दिया था कि हमले केवल इस्लामी चरमपंथियों पर ही होने चाहिए.

आशंका है कि फ्रांस और रूस के बीच बातचीत में सीरिया मुद्दा हावी रह सकता है.

संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने स्पष्ट किया कि रूस अल-नुसरा फ्रंट और दूसरे आतंकी संगठनों पर भी हमले करेगा.

लावरोफ़ के मुताबिक रूस की नीति, अमरीकी नेतृत्व वाले गठबंधन देशों की इराक़ और सीरिया पर नीति से अलग नहीं है.

उन्होंने बताया कि हमले सीरियाई सेना के साथ समन्वय के बाद ही किए जा रहे हैं.