रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स चीफ को सौंपी मिसाइल की चाबी
ग्वालियर। अब तक आर्मी का हिस्सा रही स्वदेश निर्मित आकाश मिसाइल अब एयरफोर्स की भी शान बढ़ाएगी। जमीन से हवा में मार करने वाली इस सुपरसोनिक मिसाइल को आज यहां महाराजपुरा एयरबेस पर आयोजित एक कार्यक्रम में देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने एयरफोर्स को सौंपा। इस अवसर पर पर्रिकर ने कहा कि अब हमारी एयरफोर्स और ताकतवर हो गई है।
उल्लेखनीय है कि एयरफोर्स ने 6200 करोड़ रुपये की लागत से देश भर में आकाश मिसाइल की आठ स्क्वेड्रन बनाने का निर्णय लिया है। इनमें से दो स्क्वेड्रन ग्वालियर के महाराजपुरा एयरबेस पर बनाई जानी थी। रक्षा मंत्री श्री पर्रिकर ने आज एयरफोर्स के महाराजपुरा एयरबेस पर औपचारिक कार्यक्रम में आकाश मिसाइल की स्क्वेड्रन का उद्घाटन किया। चीफ आॅफ एयर स्टॉफ अरुप साह को मिसाइल की चाबी सौंपते हुए उन्होंने कहा भारत अब रक्षा अनुसंधान व विकास के मामले में आगे बढ़ रहा है।  आकाश के एयरफोर्स में शामिल होने से एयरफोर्स मजबूत होगी। कार्यक्रम में डीआरडीओ के डायरेक्टर एवं सचिव डॉ. एस क्रिस्टोफर, एयर कमोडोर एच.एस. बसरा, डीआरडीई के डायरेक्टर डॉ. लोकेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मायासिंह, महापौर विवेक शेजवलकर सहित सेना व एयरफोर्स के बड़ अधिकारी उपस्थित थे।

अनुसंधान गतिविधियों
की समीक्षा की
इससे पूर्व श्री पर्रिकर आज सुबह रक्षा अनुसंधान विकास स्थापना (डीआरडीई) के यहां झांसी रोड स्थित लैब में पहुंचे। यहां डीआरडीओ के डायरेक्टर एवं सचिव डॉ. एस. क्रिस्टोफर, डॉ. मानस के. मण्डल तथा डीआरडीई के डायरेक्टर डॉ. लोकेन्द्र सिंह व अन्य रक्षा वैज्ञानिकों के साथ उन्होंने संस्थान की अनुसांधानिक गतिविधियों के बारे में समीक्षा की।
 एवं नए प्रोजेक्ट््स की जानकारी ली। उन्होंने सेना व सिविलियन्स के लिए विकसित किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का भी जायजा लिया। उन्होंने रक्षा वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे अनुसंधान जारी रखें ताकि देश रक्षा मामलों में दुनिया को टक्कर दे सके।

आकाश : एक नजर में
सुपरसोनिक आकाश मिसाइल स्वदेशी मिसाइल है। डीआरडीओ ने इसे डिजाइन किया है और भारत इलेक्ट्रोनिक लि. ने इसे बनाया है।
ये है खासियत
ल्ल यह मिसाइल दुश्मन के विमानों, हेलिकॉप्टर और मानव रहित विमानों को 30 किमी की दूरी तक निशाना बना सकती है। इसी तरह 18 हजार मीटर की ऊंचाई पर भी वर कर सकती है।
ल्ल आकाश मिसाइल सिस्टम सभी मौसमों में एक साथ एक से अधिक लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। यह एयरफोर्स व आर्मी को छोटी दूरी के मिसाइल का समग्र कवर उपलब्ध कराने में सक्षम है।

वजन   720 किग्रा
लंबाई    578 सेमी
व्यास   035 सेमी
मारक क्षमता    30 किमी.