बगदादः ईराक और सीरिया में हाहाकार मचाने वाले इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन आई.एस. ने कई बेकसूर लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
पिछले साल ईराक के तिकरित में हुए जनसंहार के निशान स्पेशर कैंप स्पेस से भी दिखाई देते हैं। 12 जून 2014 को आई.एस. आतंकियों ने आर्मी बेस कैंप स्पेशर पर हमला करके 770 से ज्यादा सैनिकों की नृशंस हत्या कर दी थी। आई.एस. द्वारा अंजाम दिए गए अब तक के सबसे बड़े जनसंहार में सैनिकों समेत 1500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
ईराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन के गृहनगर की सैटेलाइट इमेज में कई नई सामूहिक कब्रगाह मिली हैं। ह्यूमन राइट्स वॉच ने बताया था कि सद्दाम के 'वॉटर पैलेस' से 100 मीटर की दूरी पर दो लोकेशन्स मौजूद हैं। हालांकि, आई.एस. के एक नए एग्जीक्यूशन प्रोपेगैंडा वीडियो और सैटेलाइट इमेजेस की जांच के बाद जनसंहार की 3 नई लोकेशन्स होने का दावा किया गया है।
तीनों नई लोकेशन्स सलाद्दीन अल-अयूबी इमारत के उत्तर में मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि यहां 440 लोगों की हत्या की गई थी। उन्हें 12 या 13 जून को सुबह 9.30 बजे के आस-पास गोलियों से भून दिया गया था। 16 जून की सैटेलाइट इमेजेस में इन लोकेशन्स से शव गायब दिख रहे हैं लेकिन कॉंक्रीट पर खून के निशान साफ देखे जा सकते हैं। तस्वीरों में इन लोकेशन्स के पास बुलडोजर्स और जमीन समतल करने वाली गाड़ियां दिख रही हैं।
गौरतलब है कि आई.एस. के एक प्रोपेगैंडा वीडियो में भी आतंकी हत्या के हर राउंड के बाद शवों को गड्ढों में भरते दिखाए गए थे।
दूसरी नई लोकेशन रूट 24 ब्रिज के पास 'वाटर पुलिस' बिल्डिंग है। इस जगह आतंकियों ने 25 से 30 लोगों के समूह को गोलियों से मार डाला था। इन्हें 12 जून को शाम 6.30 बजे मारा गया था। बाद में सभी के शव तिगरिस नदी में फेंक दिए गए।
गौरतलब है कि बुधवार को ईराकी सेंट्रल क्रिमिनल कोर्ट ने जनसंहार में शामिल 24 आई.एस. आतंकियों को मौत की सजा सुनाई है। 4 आरोपियों को सबूतों के अभाव में आरोपमुक्त कर दिया गया।जनसंहार में शामिल 604 अन्य आतंकियों पर केस चलाया जा रहा है।
ISIS ने 1500 लोगों को दी दर्दनाक मौत
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