टी.बी का पूरा नाम Tuberculosis है इसे तपेदिक, क्षय रोग तथा यक्ष्मा के नाम से भी जाना जाता है । यह छूत का रोग है इस बीमारी के बारे में अगर शुरुवात से ही पता चल जाएं तो हमारी सेहत के लिए नुक्सानदायक साबित नहीं होती । टी.बी को वैसे तो फेफड़ों का रोग माना जाता हैं लेकिन ये हमारे शरीर के कई अन्य हिस्सों में भी फैल सकती हैं जैसे हड्डियों के जोड़ , आंत , प्रजनन तंत्र के अंग , त्वचा और मस्तिष्क के लिए भी नुक्सानदायक साबित हो सकती है । टी.बी एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या है ,इस बीमारी से ज्यादातर युवा और कामकाजी लोग प्रभावित होते हैं । यदि समय रहते इस बीमारी का इलाज न करवाया जाएं तो ये हमारे लिए खतरनार साबित हो सकती हैं । टी. बी की बीमारी से बचने के लिए कुछ घरेलू उपचार इस प्रकार है ।
- संतरा
संतरे में विटामिन ए और सी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और संतरे के रस में एेसे एंटीऑक्सीडेंट्स तत्त्व पाए जाते हैं जिनसे इस बीमारी से बचा जा सकता हैं । संतरे का रस निकालकर इसमें नमक और एक चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए ।
-आवला
आवला को Indian Gooseberry के नाम से भी जाना जाता हैं ,हरे रंग का ये फल थोड़ा सा कड़वा होने के साथ -साथ विटामिन सी से भरपूर होता है और ये हमारे इम्युनिटी लेवल को तंदरुस्त रखने में मदद करता है । रोजाना खाली पेट 2 या 3 आवला का जूस निकाल कर उसमें एक चम्मच शहद मिला कर पीने से यह बीमारी दूर होती है और बाजार से आवले का जूस आसानी से उपलब्ध हो जाता है रोजाना आवले के जूस को एक गिलास पानी में शहद मिलाकर पीने से टी.बी की बीमारी में फायदेमंद होता है ।
- लहसुन
लहसुन का सेवन करना हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है इसमें एेसे एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो हमारे शरीर को कई रोगों से निजात दिलाने में मदद करते हैं । टी.बी की बीमारी से राहत पाने के लिए लहसुन की कलियों को दूध में उबाल लें और फिर कलियों को निकाल कर चबाकर खा लें और दूध पी लें और कुछ दिनों तक लगातार एेसा करने से इस बीमारी से राहत पाई जा सकती हैं।
- केला
केला पोषक तत्त्वों का भंडार है खासकर इसमें कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है,इसका सेवन करने से हमारे शरीर को कई रोगों से छुटकारा मिलता है जैसे बुखार और कफ । एक पके हुआ केला लेकर उसे मैश कर लें और उसमें नारियल का पानी , आधा कप दही ,इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।
- सीताफल
टी.बी की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए सीताफल को मैश कर लें और एक कप पानी में 20 किशमिश डालकर साथ ही सीताफल का गूदा उसमें डाल दें और उबालें।पानी के कम होने पर इसे छान लें और इसमें इलायची पाउडर और साथ ही 2 छोटे चम्मच चीनी मिलाएं । ठंडा होने पर इसको दिन में दो बार रोज पीने से फायदा होता हैं।
- काली मिर्च
काली मिर्च हमारे शरीर को कई रोगों से राहत दिलाने में मदद करती हैं । टी.बी की बीमारी से राहत पाने के लिए काली मिर्च के कुछ दाने को घी में फ्राई करने के बाद एक चुटकी हींग पाउडर डालकर मिक्स कर लें और ठंडा होने के बाद मिश्रण को तीन भागों में बांटकर एक घंटे के बाद इसका सेवन करें।
- पुदीना
पुदीना हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है इसमें एेसे एंटी बैक्टीरियल गुण होते है जो हमारे शरीर को कई रोगों से निजात दिलाने में मदद करते है और साथ ही टी.बी की बीमारी से राहत पाने के लिए फायदेमंद साबित होता है । पुदीने का सेवन करने से फेफड़े ठीक रहते है । गाजर के जूस में पुदीने का रस ,एक चम्मच शहद और 2 चम्मच शुद्ध सिरका मिलाकर पीना फायदेमंद साबित होता है ।
- ग्रीन टी
ग्रीन टी पीना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है । ग्रीन टी पीने से टी.बी को पैदा करने वाले बैक्टीरिया का खतरा कम हो जाता है ।
- दूध
दूध पीना हमारी सेहत के लिए फायदमंद साबित होता है , दूध से मिलने वाले कैल्शियम से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है और साथ ही हमारे शरीर की हड्डियों मजबूत बनती है । टी.बी होने पर हड्डियों को नुकसान पहुंचाने वाले संक्रमण से बचने के लिए दूध का सेवन करना लाभकारी साबित होता है।
टी.बी की बीमारी से राहत पाना चाहते हैं तो अपनाएं घरेलु उपाय
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