पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित की अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से मुलाकात को लेकर दोनों देशों में तकरार फिर बढ़ गई है। भारत ने सोमवार को सख्त संदेश देते हुए कहा है कि बातचीत में हुर्रियत या किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं होगी। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक समकक्ष नवाज शरीफ को पत्र लिखकर कहा है कि बातचीत के लिए आतंक मुक्त माहौल बनाने की जरूरत है।
भ्रम न फैलाए पाक: विदेश मंत्रालय ने पाक को भ्रम न फैलाने की नसीहत दी है। हुर्रियत नेताओं से भेंट पर बासित ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि भारत इस मुलाकात पर कोई आपत्ति कर रहा है। मीडिया को इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए। इसका जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत इस मुद्दे पर खुद अपनी राय रखेगा। दोनों देशों की बातचीत में तीसरे पक्ष का सवाल नहीं उठता।
रात्रिभोज में हुर्रियत नेता: हुर्रियत नेता सोमवार को पाक के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर आयोजित रात्रिभोज में भी शामिल हुए। बासित हुर्रियत नेताओं से रविवार को भी मिले थे।
मोदी का पत्र: पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लिखे बधाई पत्र में नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दों को आतंक और हिंसा मुक्त माहौल में द्विपक्षीय बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है। बाद में प्रधानमंत्री ने ट्वीट के जरिए इस बधाई पत्र के बारे में लोगों को जानकारी दी।
वीके सिंह भी पहुंचे बासित के रात्रिभोज में
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सोमवार को नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग में रखे गए रात्रिभोज में शामिल हुए। पूर्व सेना प्रमुख कार्यक्रम में मात्र 15 मिनट ही रुके। वीके सिंह ने कहा कि सरकार को एक राज्यमंत्री को वहां भेजना था। भारत सरकार के कहने पर वह वहां गए थे।
शिवसेना भड़की
शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि अलगाववादी नेताओं को आमंत्रित करना एक गंभीर मामला है। पार्टी ने पाक सरकार का पुतला जलाया।