नई दिल्ली : भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच दिल्ली के हैदराबाद हाउस में चल रही शिखर वार्ता खत्म हो गई है. इस शिखर वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच 16 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं. शिखर वार्ता की समाप्ति के बाद मोदी औऱ पुतिन ने इस बात की जानकारी संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के जरिए दी. इसमें बताया गया कि दोनों देशों के बीच रक्षा, परमाणु ऊर्जा, हेल्थ रिसर्च, कच्चे हीरे के कारोबार में निवेश बढ़ाने के साथ-साथ इसके पॉलिश करने जैसे मुद्दे शामिल हैं.

रूस जहां पूरे दुनिया में कच्चे हीरे के क्षेत्र में 25 फीसदी उत्पादन करने वाला देश है तो वहीं भारत का हीरे के पॉलिश में पूरी दुनिया में 60 फीसदी की भागीदारी है. मोदी-पुतिन के बीच कुडनकुलम परमाणु प्लांट यूनिट 3 और 4 में तकनीकी सहयोग के लिए भी करार हुआ.

भारत औऱ रूस के बीच लड़ाकू विमान सुखोई 100 और MS-21 के लिए भी सहयोग का करार हुआ. इसके साथ दोनों देशों के बीच प्राकृतिक गैस के खोज से संबंधित समझौते पर भी हस्ताक्षर हुए हैं.

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान भारतीय पीएम मोदी ने रूस को भारत का अजीज मित्र करार देते हुए रूसी राष्ट्रपति के साथ हुए अपने पहले की मुलाकातों का भी जिक्र किया. मोदी ने कहा कि ब्राजील के ब्रिक्स में पुतिन के साथ उनकी मुलाकात काफी रोमांचक थी. इसके बाद मोदी ने आस्ट्रेलिया में हुई मुलाकात का भी जिक्र किया.

भारतीय पीएम ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन का यह दौरा भारत और रूस के बीच में वर्षों पुरानी मित्रता को नया आयाम देगा. पीएम मोदी ने पुतिन को भारत आने के लिए आभार भी जताया.वहीं मोदी और पुतिन दोनों ने इस शिखर वार्ता को बेहद सफल वार्ता भी बताया.