नई दिल्ली. बिहार के मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्राओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित  करने का फैसला किया गया है. उच्च स्तरीय बैठक में इस संबंध में निर्णय लिया गया. बैठक सीएम नीतिश कुमार प्रधान सचिव दीपक कुमार, डि‍प्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद,शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे आदि मौजूद रहें.

राज्य में कितने मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज
राज्य में करीब 10 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें लगभग 1125 सीटें हैं. वहीं 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में करीब  9275 सीटें हैं. मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्राओं के लिए सीटें आरक्षित करने का एलान राज्य से सीएम नीतिश कुमार ने 2 जून 2021 को किया. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीएम ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए राज्य छात्रों को बाहर नहीं जाना पड़े. राज्य से सभी इंजीनियरिंक कॉलेज अभियंत्रण विश्वविद्यालय और मेडिकल कॉलेज चिकित्सा विश्वविद्यालय के अधीन आएंगे.

सभी जिलों में खोले जा रहे इंजीनियरिंग कॉलेज
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीएम ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खाले जा रहे  हैं.कई जिलों में इनका निर्माण कार्य पूरा हो गया है. चिकित्सा विश्वविद्यालय और अभियंत्रण विश्वविद्यालय खोले जानें के संबंध में प्रस्तावित विधेयक भी सीएम को दिखाया गया.सीएम के अनुसार विधानमंडल से पारित कर राज्यपाल की अनुमति लेकर राज्य में यह दोनों नए विश्वविद्यालय एक्ट को लागू को कर दिया जाएगा. इस एक्ट के लागू होने होने के बाद राज्य में इंजीनियरिंग कॉलेजों एवं मेडिकल कॉलेजों संचालन व प्रबंधन और भी बेहतर तरीके से हो सकेंगा.