
भोपाल. सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की परीक्षाएं रद्द किए जाने के बाद अब यूपी, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्य भी जल्द ही बड़ा फैसला ले सकते हैं. मंगलवार एक जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में में हुई बैठक में सीबीएसई और सीआईएससीई के 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला हुआ था. यह फैसला कोरोना महामारी के कारण लिया गया है. केंद्र सरकार द्वारा 12वीं की परीक्षा पर फैसला लिए जाने का कई राज्यों को इंतजार था. कई राज्य इसे गाइडलाइन की तरह देख रहे हैं. केंद्र सरकार ने परीक्षाएं रद्द करते हुए कहा भी है कि राज्यों के पास अब 12वीं की परीक्षा रद्द करने का विकल्प होगा. हालांकि कोई बाध्यता नहीं है.
यूपी में जुलाई के दूसरे सप्ताह में होगी परीक्षा
यूपी बोर्ड के 12वीं की परीक्षा रद्द होने की फिलहाल कम संभवना नजर आ रही है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा साफ कर चुके हैं कि 12वीं की परीक्षाएं जुलाई के दूसरे सप्ताह में शुरू हो सकती हैं. उन्होंने कहा था कि जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि परीक्षाओं पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा. बता दें कि यूपी बोर्ड के 12वीं की परीक्षा के लिए करीब 25 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
हरियाणा ने रद्द की 12वीं की परीक्षा
हरियाणा सरकार ने 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी है. यह जानकारी हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने मंगलवार को दी थी. केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई और सीआईएससीई के 12वीं की परीक्षा रद्द करने के कुछ ही देर बाद हरियाणा सरकार ने ये फैसला ले लिया. प्रदेश में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की सीनियर सेकेंडरी कक्षा 12 की परीक्षाएं 20 अप्रैल से और 10वीं की 22 अप्रैल से शुरू होने का प्रस्तावित थीं. परीक्षा में प्रदेशभर में कुल 2544 परीक्षा केन्द्रों पर करीब 6,67,234 परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा में शामिल होना था.
राजस्थान
-राजस्थान बोर्ड की बात करें तो यहां भी सरकार अब 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर सकती है. कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि वे सीबीएसई के फैसले के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा कर 10वीं, 12वीं की परीक्षाओं के बारे में निर्णय लेंगे. केंद्र सरकार का फैसला राजस्थान सरकार को प्रभावित कर सकता है. इस पर फैसला एक से दो दिन में लिया जा सकता है.
महाराष्ट्र
-महाराष्ट्र बोर्ड ने भी 10वीं की परीक्षाएं रद्द कर चुका है. यहां भी अभी 12वीं की परीक्षाओं पर फैसला लिया जाना बाकी है जो कि अब जल्द ही तय किया जा सकता है. देशभर में सभी बोर्डों के 12वीं के छात्रों की बात की जाए तो इस साल करीब 1.5 करोड़ स्टूडेंट्स 12वीं परीक्षा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया था.
झारखंड
-झारखंड सरकार लगातार बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने की पैरवी करती रही है. हालांकि उसने अभी 10वीं की परीक्षा पर भी कोई फैसला नहीं लिया है. लेकिन सीबीएसई परीक्षा पर फैसला आने के बाद उम्मीद है कि अगले एक-दो दिन में झारखंड सरकार भी अपना फैसला बता सकती है.