भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान के नाकाम हमलों का मुंहतोड़ जवाब देकर यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. भारत के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तान की ओर से 8 और 9 मई की दरमियानी रात सीमा पार से उकसावे वाली हरकतों का भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है. पाकिस्तान द्वारा गुरुवार शाम जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों में दागी गई कम से कम आठ मिसाइलों को भारत के डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक हवा में ही मार गिराया. भारत बॉर्डर पर पाकिस्तान के हर एक्शन का करारा जवाब देता नजर आया. पाकिस्तान की ओर से जितने भी ड्रोन अटैक किए गए भारत के डिफेंस सिस्टम ने सभी का माकूल जवाब दिया और उन्हें हवा में ही ध्वस्त कर दिया.
रक्षा सूत्रों के अनुसार, सांबा, आर एस पुरा, अरनिया और सतवारी जैसे क्षेत्रों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान ने सस्ती रॉकेट तकनीक का प्रयोग किया, जोकि आतंकवादी संगठन हमास की रणनीति से मेल खाती है. सभी मिसाइलों को एयर डिफेंस सिस्टम ने समय रहते ट्रैक किया और सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया. भारतीय सेना की इस सतर्क और तेज कार्रवाई से न केवल बड़े जान-माल के नुकसान को टाला गया, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया गया कि भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम है.
भारत के जवाबी हमले से हिला पाकिस्तान
पाकिस्तान की ओर से की गई उकसावे वाली कार्रवाई के पास भारत ने पाकिस्तान पर चौतरफा हमला कर उसे घूटने पर ला दिया. भारत ने लाहौर, इस्लामाबाद, कराची, सियालकोट, बहावलपुर, पेशावर और पीओके के कोटली में ताबड़तोड़ जवाबी कार्रवाई करके पाकिस्तान को करारा जवाब देने का काम किया है. पाकिस्तान की ओर से पठानकोट एयरबेस को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की त्वरित और प्रभावशाली कार्रवाई ने सभी हमलों को विफल कर दिया.
‘सुदर्शन चक्र’ के आगे पाकिस्तानी ड्रोन ने टेके घुटने
पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए सभी मिसाइलों और ड्रोन को भारत के अत्याधुनिक वायु रक्षा तंत्र, विशेष रूप से S-400 ‘सुदर्शन चक्’ सिस्टम ने हवा में ही नष्ट कर दिया. यह प्रणाली रूस से प्राप्त भारत का सबसे एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम है, जो 400 किलोमीटर तक के दायरे में किसी भी हवाई खतरे को पहचान कर समाप्त कर सकता है.
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी और नौशेरा सेक्टर में संघर्षविराम (सीजफायर) का उल्लंघन करते हुए अकारण गोलीबारी और मोर्टार दागने की कोशिश की. पाकिस्तान के उकसावे वाली कार्रवाई के जवाब में भारत ने भी करारा जवाब दिया. पूरे नियंत्रण रेखा क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और निगरानी बढ़ा दी गई है.
भारत ने कराची पोर्ट को बयाना निशाना
भारत ने पाकिस्तान की लगातार उकसावे वाली हरकतों और सीजफायर उल्लंघनों के जवाब में बड़ा कदम उठाते हुए कराची पोर्ट को निशाना बनाया. कराची बंदरगाह पर कई जोरदार धमाके सुनाई दिए हैं. बताया जा रहा है कि भारत की इस कार्रवाई में कराची पोर्ट को बड़ा नुकसान पहुंचा है. यह जवाबी हमला भारतीय नौसेना की ओर से किया गया.
दिल्ली में तेज रही हलचल
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से किए गए लगातार नाकाम हमलों के बाद राजधानी दिल्ली में रणनीतिक स्तर पर हलचल तेज रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के साथ अहम बैठक की. दूसरी ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी तीनों सेना प्रमुखों थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की. माना जा रहा है कि बैठक में पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाइयों पर सैन्य प्रतिक्रिया, सीमा पर अलर्ट की स्थिति और आतंकियों के संभावित मूवमेंट्स पर विस्तृत चर्चा हुई.
वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस मुद्दे पर अमेरिका के विदेश सचिव मार्को रुबियो से फोन पर बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान द्वारा की जा रही लगातार उकसावे वाली हरकतों और संघर्षविराम उल्लंघन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाते हुए भारत का पक्ष स्पष्ट किया. विदेश मंत्री ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की हम गहराई से सराहना करते हैं. भारत की प्रतिक्रिया सीमा पार आतंकवाद के प्रति सटीक और संतुलित रही है. भारत किसी भी प्रकार के उकसावे या तनाव बढ़ाने की कोशिश का दृढ़ता से मुकाबला करेगा.
विमानन कंपनियों ने जारी की एडवाइजरी
पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के बीच इंडिगो, अकासा और अन्य प्रमुख विमानन कंपनियों ने अपने यात्रियों के लिए सुरक्षा उपायों को लेकर एडवाइजरी जारी की है. यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, और सुरक्षा को लेकर खास सतर्कता बरती जा रही है. एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि हवाई क्षेत्र की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ उड़ान मार्गों में परिवर्तन हो सकते हैं. यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे एयरपोर्ट पर कम से कम 3 घंटे पहुंचने की कोशिश करें ताकि चेक-इन और बोर्डिंग की प्रक्रिया में किसी तरह की परेशानी से बचा जा सके.