
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने अब ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़े तनाव के मद्देनजर भारत अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान को प्रस्तावित 2 बिलियन डॉलर की सहायता पैकेज पर आपत्ति जता सकता है. आपको बता दें कि 9 मई, 2025 को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी बोर्ड की बैठक होने वाली है.
इस बैठक में पाकिस्तान को प्रस्तावित 2 बिलियन डॉलर की सहायता पैकेज दी जाने पर चर्चा होगी. ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़े तनाव से ये उम्मीद लगाई जा रही है कि भारत पाकिस्तान के सहायता पैकेज पर कड़ी आपत्ति जताए जाने और इसके खिलाफ मतदान कर सकता है.
आईएमएफ ने 25 मार्च को एक नई 28 महीने की लचीलापन और स्थिरता सुविधा (आरएसएफ) के तहत पाकिस्तान के साथ स्टाफ-स्तरीय समझौते की घोषणा की थी, जिसके तहत इस्लामाबाद को 1.3 अरब डॉलर तक पहुंच दी गई थी.
इसके साथ ही बोर्ड पाकिस्तान की चल रही 37 महीने की विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) की पहली समीक्षा करने के लिए तैयार है, जिसके अप्रूवल के बाद 1 बिलियन डॉलर की सहायता जारी की जाएगी. संयुक्त रूप से डिसबर्समेंट की कुल राशि लगभग 2 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है.
यह संभावित विरोध भारत के ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर सामने आया है, जो बुधवार, 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर एक सटीक हमला था. हमलों में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. यह घटनाक्रम पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में हुआ है जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे.
अब देखना यह है कि 9 मई को होने वाली बैठक में क्या निष्कर्ष निकलता है.