
पहले सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी, फिर घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी। इन दोनों खबरों ने आम लोगों को परेशान कर रखा है। चलिए अब आपको कुछ राहत भरी खबर देते हैं। केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की जा सकती है। इससे पहले उन्होंने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का ऐलान किया है। हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया है कि इसका आम लोगों की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आइए आपको भी बताते हैं कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर किस तरह की भविष्यवाणी की गई है।
पेट्रोलियम मंत्री की भविष्यवाणी
देश के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत करीब 60 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि हमारी तेल विपणन कंपनियां 45 दिनों की अवधि के लिए स्टॉक रखती हैं। अगर जनवरी में वापस जाएं तो उस समय कच्चे तेल की कीमत 83 डॉलर थी, जो बाद में गिरकर 75 डॉलर हो गई, इसलिए उनके पास कच्चे तेल का औसतन 75 डॉलर प्रति बैरल स्टॉक है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर सकते हैं कि तेल विपणन कंपनियां वैश्विक कीमतों के अनुरूप पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी करेंगी।
कितना सस्ता हुआ कच्चा तेल
अप्रैल के महीने में खाड़ी और अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। सबसे पहले अगर 7 अप्रैल की बात करें तो खाड़ी देशों का कच्चा तेल 2.12 फीसदी की गिरावट के साथ 64.15 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। जबकि 31 मार्च को कच्चे तेल की कीमत 74.74 डॉलर प्रति बैरल पर थी। इसका मतलब है कि इस दौरान कच्चे तेल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल यानी 14 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। वहीं दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों पर गौर करें तो 7 अप्रैल को अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में 2.19 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। जिसके बाद कीमत 60.63 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है। जबकि 31 मार्च को अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत 71.48 डॉलर प्रति बैरल पर थी। तब से अब तक अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में 9 डॉलर प्रति बैरल यानी 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि चालू वर्ष में कच्चे तेल की कीमत में 20 डॉलर से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। अगर चालू महीने की बात करें तो ब्रेंट में 14 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। भारत में महंगाई का स्तर भी ज्यादा नहीं है। मार्च में महंगाई का स्तर 4 फीसदी के आसपास रहने की उम्मीद है और आरबीआई भी 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 से 5 रुपए तक की कमी आ सकती है।