नारायणपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में चलाए जा रहे 'लोन वर्राटू' और 'माड़ बचाओ' जैसे अभियान का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। सोमवार को दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले में कुल 31 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वालों में कुल 8 इनामी नक्सली शामिल थे, जिन पर 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।
दंतेवाड़ा में 26 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर दंतेवाड़ा जिले में 26 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें 3 इनामी नक्सली भी शामिल हैं, जिन पर कुल 4.5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 1 आमदई एरिया जनमिलिशिया कमांडर, 1 गमपुर आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, 20 बेचापाल आरपीसी मिलिशिया, सीएनएम और डीकेएमएस सदस्य, 3 केशकुतुल आरपीसी मिलिशिया और डीकेएसएस सदस्य, 1 गुडसे आरपीसी डीकेएमएस सदस्य के रूप में सक्रिय था। आत्मसमर्पण करने वाला माओवादी राजेश कश्यप आमदई एरिया जनमिलिशिया कमांडर के रूप में सक्रिय था, जिस पर छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से 3 लाख रुपए का इनाम है।
नारायणपुर में 5 महिला माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
इस बीच नारायणपुर जिले में 5 महिला नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन सभी पर 1-1 लाख रुपए का इनाम घोषित था। ये सभी नेलनार, कुतुल और परलकोट एरिया कमेटी से जुड़ी थीं। आपको बता दें कि अब तक 87 नक्सलियों ने 2025 में आत्मसमर्पण किया है। इस आत्मसमर्पण के पीछे 'माड़ बचाओ' अभियान और विकास कार्यों का असर दिख रहा है।