इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण की दूसरी लहर शहर वासियों को डरा रही है. इतना ही नहीं शहर वासियों को चिकित्सा सेवा देने में प्रशासन को भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर में संक्रमितों की संख्या अत्यधिक है. मरीजों को आसानी से अस्पताल में बिस्तर भी नहीं मिल पा रहे है. अस्पताल और प्रशासन की बदइंतजामी आम जनता से छिपी नहीं है. हालांकि, लगातार जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया कि खंडवा रोड इलाके में राधास्वामी सत्संग आश्रम को अस्थायी कोविड केयर सेंटर के तौर पर तैयार किया जाएगा. शुरुआती तौर पर यहां 500 बिस्तर के साथ केयर सेंटर तैयार किया जाएगा. प्रशासन की मानें तो आवश्यकता पड़ने पर इसकी संख्या बढाकर 2 हजार तक की जा सकती है. गौरतलब है कि आश्रम परिसर में पर्याप्त जगह है. जानकारी मिली है कि राधास्वामी सत्संग आश्रम की तरफ से मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई है. दावा है कि यह अस्थायी कोविड केयर सेंटर सेंट्रल इंडिया का पहला सेंटर होगा. हर मरीज की देखरेख हेतु एक ड्यूटी डॉक्टर सहित 3 नर्सिंग स्टाफ मौजूद रहेंगे, जो निरन्तर मरीजों का ख्याल रखेंगे. प्राथमिक तौर पर अस्पतालों के ऊपर दबाब कम करने के लिए यहां उन मरीजों को रखा जाएगा जो कि संक्रमित हैं, लेकिन उनमें लक्षण दिखाई नही देते. या फिर उन्हें आइसोलेशन की आवश्यकता है, लेकिन उनके घरों में खुद को आइसोलेट करने की व्यवस्था नहीं है.

एक लाख से ज्यादा लोगों के लिए जगह
बता दें कि राधास्वामी आश्रम इतना बड़ा है कि एक लाख से ज्यादा लोग बैठ सकते हैं. इस आधार पर 5 हजार बेड की व्यवस्थाएं आसानी से की जा सकती हैं. प्रारंभिक तौर पर अभी 2 हजार बेड की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. गर्मी से बचाने के लिए कूलर के साथ ही अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं. इससे सभी मरीजों का एक स्थान पर देखभाल करने में भी आसानी होगी. यहां की मेडिकल संबंधी व्यवस्थाओं के लिए विशेषज्ञों की टीम भी पुरे समय तैनात रहेगी.धार रोड पर बनाए गए दत्तात्रेय कॉलेज कोविड केयर सेंटर में भी व्यवस्थाएं पूरी हो गई हैं. वहां 100 मरीजों को ठहरने की व्यवस्था की गई है. बता दें कि इंदौर में कोरोना का कहर जारी है. लगातार दूसरे दिन 1500 से ज्यादा मरीज सामने आए हैं. एक्टिव मरीज 9275 हो चुके हैं, पॉजिटिव दर 20.7 प्रतिशत है. हालात यह हैं कि सभी बड़े अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं. इस कारण राधास्वामी परिसर को कोविड केयर सेंटर बनाना पड़ा है.