दिल्ली में खोल रखा था ऑफिस, MBBS के छात्रों से 80 लाख से 1.50 करोड़ में सौदा करते; काठमांडू में एंट्रेंस टेस्ट कराते थे
देश के 12 राज्यों के छात्रों के दस्तावेज मिले
15 खाते कराए फ्रीज, रीवा पुलिस ने हरियाणा से एक आरोपी पकड़ा, तीन फरार
देश और नेपाल के कई कॉलेजों में मेडिकल में PG में एडमिशन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का रीवा पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गिरोह ने दिल्ली के बालीनगर में बकायदा ऑफिस खोल रखा था। आरोपी MBBS कर चुके छात्रों को PG में एडमिशन का झांसा देते थे। इसके लिए 80 लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपए तक वसूलते थे। छात्रों को भरोसा दिलाने के लिए इसके लिए दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में ले जाकर कागजात दिखाते थे।
यही नहीं, नेपाल में एंट्रेंस टेस्ट भी कराते थे। आरोपी ने रीवा मेडिकल कॉलेज के MBBS पासआउट छात्र से 42.50 लाख रुपए ठग लिए। छात्र से 80 लाख में डील की थी। पुलिस ने मामले में हरियाणा के एक आरोपी ललित गुप्ता को गिरफ्तार किया है। तीन आरोपी फरार हैं।
पुलिस ने आरोपी के पास से देश के 12 राज्यों के छात्रों के दस्तावेज मिले हैं। आशंका है, आरोपियों ने देशभर में अपना नेटवर्क फैला रखा था। आरोपी ललित ने अलग-अलग पते पर दो आधार कार्ड भी बनवा रखे थे। पुलिस ने गिरोह के 15 बैंक खातों को फ्रीज करा दिया है। दस्तावेजों के आधार पर अन्य राज्यों के छात्रों से पुलिस संपर्क कर रही है।
ऐसे हुआ खुलासा
पुलिस के मुताबिक रीवा मेडिकल कॉलेज से वर्ष 2013 में डॉ. राघवेंद्र कुमार तिवारी ने MBBS किया था। वह पीजी करना चाहता था। इसी बीच दिल्ली की कंसल्टेंसी कंपनी से मैसेज आया कि वह उसे पीजी में एडमिशन दिलवा देगी। वह झांसे में आ गया। इसके बाद 80 लाख रुपए में सौदा हुआ। ठग ने उससे 42.50 लाख रुपए ले लिए। इसके बाद भी जब दाखिला नहीं मिला, तो उसने ठगों से कहा। आरोपी 40 लाख रुपए और मांगने लगे। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने चोरहटा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एसपी राकेश सिंह ने टीम बना कर दिल्ली भेजा। रीवा पुलिस आरोपी ललित गुप्ता पुत्र हरिओम (34) निवासी प्रेम नगर जिला रोहतक (हरियाणा) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी विशाल कुमार निवासी द्वारिका नगर दिल्ली और दो अन्य फरार हैं।
मौलाना आजाद मेडिकल काॅलेज ने अलाॅटमेंट फर्जी बताया
डॉ. राघवेंद्र ने बताया, 'राॅयल इमिग्रेशन एंड स्टूडेंट्स कंसल्टेंसी के ललित गुप्ता ने उसे कागजात दिखाए। उसके बाद मैंने 9 लाख 50 हजार व 19 लाख रुपए (RTGS) के माध्यम से दिए। लॉकडाउन में बताया गया, कोरोना की वजह से एंट्रेस टेस्ट नहीं होगा। इसके बाद बताया गया कि नेपाल में मेडिकल की परीक्षा की तिथि बढ़कर 2 जनवरी 2021 हो गई। मैंने काठमांडू में जाकर परीक्षा दी। बाद में मुझे दिल्ली में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने का भरोसा दिलाया गया।
ललित गुप्ता ने दिल्ली बुलाकर मौलाना मेडिकल काॅलेज ले गए। यहां दो लाेगों से मिलवाया। मुझे रसीद और अलाॅटमेंट दिखाया गया। उसकी छायाप्रति दी गई। इसके बाद और रुपए लिए। मैं मौलाना आजाद मेडिकल काॅलेज जाकर ऑफिस में जाकर पता किया, तो बताया गया कि अलाॅटमेंट लैटर व फीस रसीद फर्जी हैं।