इटारसी-विजयवाड़ा के बीच जून 2022 तक चालू हो जाएगा फ्रेट कॉरिडोर, PPP मोड में देने की तैयारी


केंद्रीय बजट में इटारसी और विजयवाड़ा के बीच फ्रेट कॉरिडोर की घोषणा की गई।
MP के अलावा महाराष्ट्र के किसानाें व व्यापारियों व उद्योग जगत को मिलेगा फायदा
फर्स्ट फेस में बनेगी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट, मेक इन इंडिया को दिया जाएगा बढ़ावा

केंद्रीय बजट में इटारसी और विजयवाड़ा के बीच फ्रेट कॉरिडोर (उत्तर-दक्षिण गलियारा) की घोषणा की गई है। इस कॉरिडोर के बनने के बाद मध्य प्रदेश समेत आसपास के राज्यों के किसान, व्यापारी, उद्योगपतियों समेत अन्य व्यवसायियों को फायदा होगा। वे कम समय में अपने मालभाड़ा का परिवहन रेलवे के जरिए करा सकेंगे। फर्स्ट फेस में इस प्रोजेक्ट की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) बनाई जाएगी। रेलवे ने इस कॉरिडोर को जून 2022 तक चालू करने का लक्ष्य रखा है। खास बात है कि उद्योग के लिए लॉजिस्टिक लागत को कम किया जा सके और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मोड (सार्वजनिक निजी भागीदारी) पर जाने का फैसला लिया गया है।

रेलवे ने इस गलियारे के अलावा भी अन्य फ्रेट कॉरिडोर की घोषणा की है। जिसमें भुसावल से भी एक फ्रेट कॉरिडोर बनना है जो एक तरह से भोपाल रेल मंडल के काफी नजदीक होगा। इस तरह मध्य प्रदेश के व्यापारी, उद्योगपति और किसानों को दो फ्रेट कॉरिडोर मिल जाएंगे।

रेलवे अधिकारियों के मुताबिक मालगाड़ी के परिचालन के लिए स्वतंत्र रेल लाइनों को फ्रेट कॉरिडोर कहा जाता है। इस तरह रेल लाइनों में मालगाड़ी ट्रेनों के चलने के लिए बकायदा समय सारणी होती है। एक शहर से बुक कराया गया माल भाड़ा दूसरे शहर में तय समय पर पहुंच जाता है। अभी भोपाल समेत पश्चिम मध्य रेलवे में ऐसी व्यवस्था नहीं है। यहां उन रेलवे लाइनों पर ही मालगाड़ी ट्रेनों को चलाया जाता है जहां पर यात्री ट्रेन चल रही है। इस वजह से मालगाड़ी ट्रेन लेट हो जाती हैं और मालभाड़ा तय समय पर संबंधित शहरों में नहीं पहुंच पाता है।

बता दें कि बजट में रेलवे के लिए रिकॉर्ड 1,10,055 करोड़ रुपए परिव्यय की योजना है। इसमें से 1,07,100 करोड़ रुपए पूंजीगत निवेश के लिए आवंटित किए हैं। भारतीय रेलवे ने इंडिया-2030 के लिए राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की है। इसके जरिए भारतीय रेल प्रणाली को 2030 तक भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार किया जाएगा। वित्त मंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि जून 2022 तक पश्चिमी समर्पित मालढुलाई गलियारा (डीएफसी) और पूर्वी समर्पित मालढुलाई गलियारे की शुरुआत हो जाएगी।

केंद्रीय वित्त मंत्री ने रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए कई उपायों की घोषणा की है। देश में पर्यटन वाले रेल मार्गों पर यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त विस्टा डोम एलएचबी कोच को रेलगाड़ियों में लगाया जाएगा।