राजस्थान के बाद देश में MP में सबसे महंगा तेल, एक माह में पेट्रोल के दाम 2.60, डीजल के 2.78 रु. बढ़े
 


राजस्थान के बाद देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल मध्य पदेश में बिक रहा है। इसकी वजह है मध्यप्रदेश सरकार अन्य राज्यों की तुलना में करीब 10% ज्यादा वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) ले रही है।
अनूपपुर जिले में प्रीमियम पेट्रोल की कीमत 100 रुपए 75 पैसे तक पहुंच गई
इसलिए महंगा- अन्य राज्यों से 10% ज्यादा मध्य प्रदेश में वसूला जाता है वैट

​​​​​राजस्थान के बाद देश में सबसे महंगा पेट्रोल-डीजल मध्य पदेश में बिक रहा है। इसकी वजह है, मध्य प्रदेश सरकार अन्य राज्यों की तुलना में करीब 10% ज्यादा वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) ले रही है। मप्र में प्रति लीटर पेट्रोल पर 39% और डीजल पर 27% प्रतिशत ( सेस व एडिशन डयूटी समेत) वैट लगता है। यही वजह है कि तेल की कीमतें बढ़ने से मध्य प्रदेश के उपभोक्ताओं का बजट बिगड़ रहा है। राज्य में पिछले एक महीने में 1 महीने में पेट्रोल 2.60 और डीजल 2.78 रुपए महंगा हुआ। पिछले महीने 28 दिसंबर को पेट्राेल 91.50 और डीजल 81.68 रुपए प्रति लीटर था।

प्रदेश में सबसे ज्यादा दाम अनूपपुर में 100.75 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है। इसके बाद बालाघाट में गुरुवार को पेट्रोल के दाम 96.59 व डीजल के 86.70 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए, जबकि भोपाल में पेट्रोल का दाम 94.18 और डीजल 84.46 रुपए प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल और डीजल के दाम में हो रही यह वृद्धि मई 2019 से जारी है। तब पेट्रोल 77.79 रुपए लीटर और डीजल 68.49 रुपए था। इस तरह देखा जाए, तो 8 महीने में पेट्रोल 16.41 और डीजल 15.99 रुपए महंगे हो गए। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना वैक्सीन को लेकर आए रुझानों के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है, जिसका असर दिखाई दे रहा है।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दे दिए थे संकेत

जानकारों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हो रहे इजाफे के चलते यह स्थिति बनी है। जब कच्चा तेल सस्ता था तब भी कीमतें नहीं घटाई गईं। अब बढ़ने लगे तो इसका सीधा असर पड़ रहा है। क्रूड ऑयल की कीमत 56 अमेरिकी डॉलर (4089.12 रुपए) प्रति बैरल (159 लीटर) हो गई है।

पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 18 जनवरी को भोपाल प्रवास के दौरान इसके संकेत दिए थे। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के सवाल पर उन्होंने कहा था- 80% क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) आयात होता है। भारत दुनिया में तीसरे नंबर का खपत वाला देश है। देश में पेट्रोलियम पदार्थों की खपत लगातार बढ़ती जा रही है। कोरोनाकाल में कई उत्पादक देशों ने उत्पादन बंद कर दिया था। इस वजह से मांग और आपूर्ति में बड़ा अंतर आ गया है। इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत बढ़ गई। इसका असर रिटेल मार्केट पर भी पड़ा है।

1 साल में पेट्रोल पर 9% व डीजल पर 7% बढ़ा टैक्स

पेट्रोल

2020 : 39% टैक्स

33% वैट के साथ 4.5 रुपए एडिशनल डयूटी (5%) व 1% सेस

2019 : 30% टैक्स

28% वैट के साथ 1.5 रुपए एडिशनल डयूटी (1%) व 1% सेस

डीजल

2020: 27% टैक्स

23% वैट के साथ 3 रुपए एडिशनल ड्यूटी (3%) व 1% सेस

2019: 20% टैक्स

18% वैट के साथ 1 रुपए एडिशनल डयूटी (1 %) व 1% सेस

एक लीटर पेट्रोल की कीमत ऐसे होती है तय

25.71 रुपए- कच्चे तेल की कीमत
7 रुपए - रिफाइनिंग, भाड़ा, कमीशन व एंट्री टैक्स
32.71 रुपए में डीलर को मिलता है
 

इसके बाद

18.98 रुपए- केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी
11 रुपए- डीलर का कमीशन
62.69 रुपए पेट्रोल की कीमत
अब मप्र सरकार का 33% वैट, 5% एडिशनल डयूटी व 1% सेस लगाती है।

चार बड़े शहरों में आज के दाम (प्रति लीटर)

शहर               पेट्रोल             डीजल

भोपाल           94.18              84.46 रु.

इंदौर              94.21              84.51 रु.

ग्वालियर        94.04              84.33 रु.

जबलपुर         94.18              84.48 रु.

अनूपपुर जिले में प्रीमियम पेट्रोल 100 रुपए पार

अनूपपुर जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर खेड़िया पेट्रोल पंप पर आज प्रीमियम पेट्रोल की कीमत ₹100.75 रुपए पहुंच गई। जबलपुर के शाहपुरा भीटोनी तेल डिपो से पेट्रोल डीजल महाकौशल और विंध्य के जिलों में सप्लाई होती है। बड़े शहरों और अनूपपुर जिले में कीमत का इतना अंतर दूरी अधिक होने से ढुलाई खर्च बढ़ जाना है। पेट्रोल की कीमत में परिवहन शुल्क भी जुड़ा होता है। इसकी वजह से दूरी के अनुसार अलग-अलग पेट्रोल पंपों पर एक ही जिले में अलग-अलग रेट देखने को मिलता है।