ऐक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी इन दिनों टीवी पर आ रहे बच्चों के डांस रिऐलिटी शो 'सुपर डांसर 2' में जज की कुर्सी संभाले नजर आ रही हैं। यूं तो शिल्पा का मानना है कि यह शो बच्चों को अपना टैलंट दिखाने का बड़ा प्लैटफॉर्म मुहैया करा रहा है, लेकिन बात अगर उनके अपने बेटे वियान की हो, तो वह नहीं चाहतीं कि वियान इतनी कम उम्र में फेमस हो। पेश है उनसे हुई यह खास बातचीत :
आप दूसरी बार 'सुपर डांसर' जज कर रही हैं। इससे जुड़ने की क्या वजह है?
ईमानदारी से कहूं, तो पहले मैं यह शो नहीं करना चाहती थी, क्योंकि मुझे लगा था कि 4-5 साल के छोटे बच्चे हैं, वे कितना नाच सकेंगे, कौन देखेगा इनको। मैंने दूसरे शोज भी देखे हैं, तो लगा था कि वैसा ही हो जाएगा, लेकिन इसमें रिऐलिटी के साथ एंटरटेनमेंट भी है। कई सक्सेसफुल स्टोरीज भी हैं, जैसे पिछले साल हर्ष तारा थे, जिनको सुनाई नहीं देता था, लेकिन वह डांस करते हैं। ऐसे ही एक बच्चा, जो पिछली बार रिजेक्ट हो गया था, वो इस बार सिलेक्ट हो गया है। तो इन बच्चों से मुझे भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। इन छोटे शहर के बच्चों में एक सादगी है। कुछ कर दिखाने की एक चाह है, वो शायद प्रिविलेज्ड बच्चों में इतनी नहीं है। इन्हें देखकर मैं अपनी पैरंटिंग स्किल भी बदलने की कोशिश करती हूं।
आप एक ऐक्ट्रेस हैं, लेकिन पर्दे पर आपको किसी किरदार में देखे काफी अरसा हो गया। आपका मन नहीं करता फिर से किसी किरदार को पर्दे पर निभाने का?
जहां पर मैं हूं, जो मैं कर रही हूं, उसमें मैं बहुत खुश हूं, क्योंकि इसमें मुझे टाइम मिलता है, अपने बच्चे के साथ, अपनी फैमिली के साथ। मैंने 20 साल बहुत मेहनत की है। बहुत ऐक्टिंग की है। कहते हैं न कि एक बार जो ऐक्टर बन गया, वह हमेशा ऐक्टर रहता है, तो ऐसा नहीं है कि मैं मिस कर रही हूं लोगों के प्यार को। मेरे हिसाब से एक ऐक्टर सबसे ज्यादा पब्लिक के उस प्यार को ही मिस करता है, जब वह ऐक्टिंग छोड़ता है, लेकिन मुझे टीवी के जरिए वह प्यार अभी भी मिल रहा है या यू-ट्यूब पर मेरा जो चैनल है या फिर इंस्टाग्राम के जरिए मुझे आज भी बहुत सारा प्यार मिल रहा है।
अगर आपका बेटा वियान ऐसे किसी रिऐलिटी शो में हिस्सा लेना चाहे, तो क्या आप उसे इसकी इजाजत देंगी?
जहां से मैं आती हूं, मैं समझती हूं कि वहां वियान को पहले से ही बहुत सारा एक्सपोजर मिला हुआ है। जहां से ये बच्चे आए हैं, उन्हें एक्सपोजर नहीं मिला है, तो उनकी मासूमियत अभी भी कायम है। मुझे डर इस बात का नहीं है कि वियान पढ़ाई नहीं करेगा या कुछ और करेगा। मुझे डर यह है कि वो अपनी मासूमियत न खो दे। मैं नहीं चाहती कि वह इस उम्र में फेमस हो, क्योंकि वह पहले से ही बहुत फेमस है। इस वजह से मैं ऐसा नहीं चाहूंगी। ईमानदारी से बोलूं, तो वियान में अभी इतना टैलंट है भी नहीं। वियान जिमनैस्टिक करता है और उसके लिए मैं उसे बढ़ावा भी देती हूं। अभी उसने हायर लेवल का जिमनैस्टिक करना भी शुरू कर दिया है।
आप रियल लाइफ में मां, पत्नी, बिज़नसवुमन, प्रड्यूसर, फिटनेस एक्सपर्ट जैसे कईं रोल निभा रहीं हैं। आप इनमें से किस रोल में खुद को बेस्ट मानती हैं?
जब आप एक पिक्चर करते हैं, तो उसमें एक इमोशनल सीन होता है, एक कॉमिडी सीन होता है, एक शादी वाला सीन होता है, एक गुस्से का सीन होता है। तब आप यह नहीं सोचते कि किसको मैं सौ फीसदी दूंगी। आप जो भी किरदार करते हैं, उसमें अपना बेस्ट ही देते हैं। वैसे ही अपनी जिंदगी में मैंने जो भी काम किया है, उसमें मैं अपना सौ फीसदी देती हूं। फिर वो चाहे मां का काम हो, पत्नी का हो, हेल्थ अवेयरनेस फैलाने का हो या कुछ और हो। मैं लोगों को प्रेरित करना चाहती हूं, क्योंकि आमतौर पर लोग तभी अपने स्वास्थ्य को गंभीरता से लेते हैं, जब हालत खराब हो जाती है। चूंकि हमारी बात लोग सुनते हैं, तो मैं सोचती हूं कि क्यों न उसका इस्तेमाल करके लोगों को थोड़ी बेहतर जिंदगी की ओर मोड़ा जाए।
पिछले दिनों कई सिलेब्रिटीज ने बच्चों के डांस रिऐलिटी शोज के खिलाफ आवाज उठाई थी। आपकी क्या राय है इस पर?
मेरा यङ मानना है कि हमारे शो पर ज्यादातर वे बच्चे आते हैं, जो अंडरप्रिविलेज्ड हैं और जिनमें चाह है कुछ कर दिखाने की। जिनमें टैलंट भरपूर है, लेकिन उनके पास शायद जरिया नहीं है या पैसे नहीं है अपना टैलंट दिखाने के लिए। 'सुपरडांसर' में ज्यादातर ऐसे ही बच्चे सिलेक्ट हुए हैं। इससे छोटे शहर के बच्चों को, जो वाकई में कुछ करना चाहते हैं, उन्हें एक प्लैटफॉर्म मिल रहा है कुछ कर दिखाने के लिए। सबका नजरिया अलग-अलग हो सकता है। यह आप पर निर्भर करता है कि आप किसी चीज को किस नजरिए से देखना चाहते हैं। आप उसकी तारीफ भी कर सकते हैं या नाराजगी भी जता सकते हैं। मेरे हिसाब से तो यह पुण्य का काम है, जिससे बहुत से बच्चों को अपना टैलंट दिखाने का मौका मिल रहा है। उन्हें एक रास्ता भी मिलता है लाइफ में आगे बढ़ने का।
लेकिन आपको नहीं लगता कि इससे बच्चों का बचपन प्रभावित होता है?
मैं खुद एक मां हूं और मेरा यह मानना है कि बच्चों की पढ़ाई पर असर नहीं पड़ना चाहिए। कई बार हम बच्चों को अंडरएस्टीमेट भी करते हैं। हमें लगता है कि बच्चा है, तो केवल डांस ही करेगा, पढ़ाई में ध्यान नहीं देगा, लेकिन मेरा मानना है कि अगर किसी बच्चे में एक एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी टैलंट है और अगर वह खुद से कुछ करना चाहता है, तो आप उसे बढ़ावा भी दें। इससे वह दूसरी चीजें भी खुशी-खुशी करेगा। अगर आप उसके टैलंट को दबाकर रखेंगे, तो फिर वह दूसरी चीजें भी खुश होकर नहीं करेगा।