कश्मीर में टेरर फंडिंग को लेकर आतंक के नुमाइंदों की धरपकड़ जारी है. इस बीच मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 2 कुख्यात पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है. वहीं दूसरी तरफ एनआईए ने 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की लिस्ट तैयार की है.

मंगलवार को गिरफ्तार किए गए पत्थरबाजों में कुलगाम का जावेद  और पुलवामा का कामरान शामिल है. कामराम की उम्र करीब 22 साल है और वह एक स्वतंत्र फोटोग्राफर के तौर पर भी काम करता है.

पत्थरबाजों की लिस्ट तैयार

जानकारी के मुताबिक, एनआईए ने इस संबंध में बड़ी तैयारी की है. इसके लिए एनआईए ने करीब 100 से ज्यादा कुख्यात पत्थरबाजों की लिस्ट बनाई है. जिसके आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये वो पत्थरबाज हैं, जो अलग-अलग जगहों पर पत्थरबाजी करते हुए पाए गए हैं. इन पत्थरबाजों ने मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों के ऑपरेशन को प्रभावित किया है और उनके खिलाफ पत्थरबाजी की है.

NIA ने पत्थरबाजों पर बाकायदा एक डोजियर तैयार किया है. आजतक को मिले इस डोजियार में बताया गया है कि कश्मीर घाटी में किस तरीके से पत्थरबाज हुर्रियत नेताओं से पैसे लेकर आतंकियो के एनकाउंटर साइट में मौजूद रहते हैं.

साथ ये भी कि पिछले कुछ महीनों में हुई पत्थरबाजी की पहली फुल एनालिसिस रिपोर्ट NIA ने बनाई है।

सोशल मीडिया से की पहचान

आतंकवादियों के एनकाउंटर के दौरान पत्थरबाजी करने वालों की पूरी प्रोफाइलिंग की गई है. इसके लिए एनआईए ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है. एजेंसी ने फेसबुक, व्हाट्स ऐप और मोबाइल नंबर के डाटा के आधार पर पत्थरबाजों की पहचान की है. इस काम के लिए एनआईए की 10 सदस्यीय टीम ने काम किया.

सूची में 100 गैंग लीडर

जिन पत्थरबाजों की लिस्ट तैयार की गई है, उनमें 100 गैंग लीडर हैं. ये वो लोग हैं, जो लगभग हर एनकाउंटर के दौरान बड़ी संख्या में पत्थरबाजों को इकठ्ठा कर सुरक्षा बलों पर पथराव कराते हैं.

पहले की थी 48 लीडरों की पहचान

बता दें कि NIA ने कुछ दिन पहले 48 गैंग लीडर पत्थरबाजों की पहचान की थी, जो पाकिस्तान में बैठकर जम्मू कश्मीर में स्कूल जलवाने से लेकर सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी कराने तक की घटनाओं को व्हाट्स ऐप के जरिये अंजाम देते थे.

बता दें कि इससे पहले सेना ने घाटी में मौजूद ढाई सौ से ज्यादा आतंकियों की सूची तैयार की थी. जिसके आधार पर उन्हें ढेर किया जा रहा है. ऐसे में पत्थरबाजों की ये सूची और इसके आधार पर कार्रवाई घाटी में शांति स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.