नई दिल्ली : भारत-म्यांमार सीमा के आसपास आज शाम 7.0 की तीव्रता वाला भूकंप का तेज झटका आया। झटके पूर्वोत्तर राज्यों के अलावा दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तराखंड और देश के अन्य हिस्सों में भी महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र भारत- म्यांमार सीमा पर था। म्यामांर में 7.0 की तीव्रता का भूकंप आया। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण का कहना है कि भूकंप का अभिकेन्द्र 135 किलोमीटर की गहरायी में था और उसकी तीव्रता 6.9 मापी गयी है। लेकिन जर्मन भू विज्ञान अनुसंधान केन्द्र का कहना है कि तीव्रता 7.1 थी। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण का कहना है कि भूकंप म्यांमार की राजधानी से करीब 396 किलोमीटर उत्तर में था।

भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम, मणिपुर और नागालैंड के मुख्यमंत्रियों से बात की। पीएमओ ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम और मणिपुर के मुख्यमंत्रियों से क्षेत्र में आए भूकंप के संबंध में बात की। पीएम नरेंद्र मोदी ने नागालैंड के मुख्यमंत्री से भी क्षेत्र में आए भूकंप के संबंध में बात की।

यूएसजीएस के आंकड़ों के मुताबिक म्यांमार के मावलिक शहर से 74 किलोमीटर दक्षिण पूर्वी इलाके में भूकंप का केंद्र था। भूकंप के बाद पूरे पूर्वोत्तर भारत में मोबाइल नेटवर्क प्रभावित हो गया है। भूकंप के बाद मणिपुर की राजधानी इंफाल में लोडशेडिंग की वजह से पूरी तरह से बत्ती गुल हो गई है। वहीं एक पुलिस चौकी की इमारत भी धराधायी हो गई। भूकंप के ऑफ्टर शॉक की आशंका को देखते हुए कोलकाता मेट्रो को कुछ देर के लिए रोक दिया गया है।

देश के बाकी हिस्सों में आए भूकंप के 20 मिनट बाद अंडमान निकोबार द्वीप समूह में भी धरती हिली। हालांकि रिक्टर स्केल पर यहां भूकंप की तीव्रता 4.7 मापी गई। दिल्ली और एनसीआर में कुछ सेकेंड्स के अंतराल पर भूकंप के झटके आए। इसके बाद दिल्ली मेट्रो का परिचालन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया था। कोलकाता में भी मेट्रो ट्रेन का परिचालन रोका गया था। लेकिन थोड़ी देर के बाद इसे सामान्य कर दिया गया।

इससे पहले इसी महीने 10 अप्रैल की शाम पूरे उत्तर भारत सहित पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तेज झटका आया था। आठ अप्रैल की शाम अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हिंदुकुश क्षेत्र में आए इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.0 थी। उसका केंद्र धरती की सतह से 78 किलोमीटर गहरा था।