अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने उनकी गति रोकने के लिए पार्टी के भीतर से हो रहे प्रयास विफल करते हुए दो अहम प्राइमरी राज्यों में जीत प्राप्त कर ली जबकि डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के दावेदार बर्नी सैंडर्स ने मिशिगन में जीत के साथ प्रतियोगिता में हिलेरी क्लिंटन का प्रभुत्व कम करते हुए अपनी प्रचार मुहिम में नई जान फूंकी।

69 वर्षीय ट्रंप ने मंगलवार के दूसरे महादंगल में मिसिसिपी और मिशिगन में जीत दर्ज की। ट्रंप ने अपनी दो जीतों का जश्न मनाते हुए उन रिपब्लिकन नेताओं को आड़े हाथों लिया जिन्होंने हाल में उनके खिलाफ नकारात्मक प्रचार करने समेत उनकी आलोचना की है। रियल इस्टेट के दिग्गज ट्रंप को मिसिसिपी में करीब 50 प्रतिशत रिपब्लिकन मतदाताओं का समर्थन मिला। सीनेटर टेड क्रूज 35.2 प्रतिशत समर्थन के साथ दूसरे स्थान पर रहे।

ट्रंप को मिशिगन में 37.2 प्रतिशत मत मिले। ओहायो के गवर्नर जॉन कासिच ने कई लोगों को हैरान करते हुए मिशिगन में कू्रज को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। कासिच को 25.5 मत मिले। कू्रज को 23.7 रिपब्लिकन मतदाताओं का समर्थन मिला। क्रूज ने इडाहो में जीत दर्ज की और हवाई का परिणाम गुरुवार (9 मार्च) बाद में आने की उम्मीद है।

हिलेरी ने मिसिसिपी में शानदार जीत प्राप्त की जिसके कारण वह सैंडर्स के मुकाबले अधिक डेलीगेट का समर्थन प्राप्त करने में सफल रहीं। हिलेरी ने अफ्रीकी अमेरिकी मतदाताओं के अभूतपूर्व समर्थन की बदौलत सैंडर्स को मिले 10 प्रतिशत समर्थन के मुकाबले 88 प्रतिशत समर्थन प्राप्त किया। बहरहाल, उन्हें डेट्रायट और इसके निकटवर्ती शहरों समेत मिशिगन में नजदीकी मुकाबले में सैंडर्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा। यह इस बात का संकेत है कि पार्टी उम्मीदवार बनने की शेष मुहिम में उनका रास्ता आसान नहीं होगा।

हिलेरी को मिशिगन में आसान जीत मिलने की उम्मीद थी। कुछ चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों के अनुसार उन्हें 20 से अधिक अंकों से जीत मिलने की संभावना थी। लेकिन सैंडर्स को 50 प्रतिशत डेमोक्रेटिक मतों का समर्थन मिला जबकि हिलेरी को 48 प्रतिशत समर्थन मिला। फ्लोरिडा, ओहायो और तीन अन्य बड़े राज्यों में 15 मार्च को होने वाले अहम प्राइमरी चुनाव से पहले सैंडर्स की मुहिम को गति मिली है।

सैंडर्स ने एक बयान में कहा कि मिशिगन के लोगों ने चुनाव पंडितों और सर्वेक्षणों को नकार दिया है। मिशिगन में हार के बावजूद डेलीगेट की संख्या के मामले में हिलेरी को बढ़त प्राप्त है। हिलेरी को चुनाव में पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए कुल 4765 डेलीगेट में से 2384 डेलीगेट का समर्थन चाहिए। अभी तक उनके पास 1215 डेलीगेट का समर्थन है। सैंडर्स के पास 566 डेलीगेट का समर्थन है। हिलेरी ने अब तक 12 और सैंडर्स ने नौ राज्यों में जीत प्राप्त की है।

ट्रंप कुल 446 डेलीगेट के साथ आगे चल रहे थे। उन्हें पार्टी का उम्मीदवार बनने के लिए कुल 2472 डेलीगेट में से कम से कम 1237 डेलीगेट के मत प्राप्त करने होंगे। टेक्सास के सीनेटर टेड क्रूज (45) के पास 347 और फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रूबियो (44) के पास 151 डेलीगेट का समर्थन है। कासिच के पास 54 डेलीगेट का समर्थन है।

ट्रंप ने कुल 14 राज्यों में जीत प्राप्त की है। कूज ने गृहराज्य टेक्सास समेत सात राज्यों में जीत प्राप्त की है। रूबियो ने मात्र एक राज्य में जीत दर्ज की है। इन प्राइमरी चुनावों में मिली शानदार जीत के बाद ट्रंप ने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन को आसानी से हराने का विश्वास व्यक्त किया।

ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं हिलेरी (क्लिंटन) को हराऊंगा। हिलेरी को हराना बहुत बहुत आसान होगा। यदि उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाती है तो उन्हें हराना बहुत आसान होगा। यदि सरकार अपना काम सही से करती है तो उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं होगी।’’

ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं नई शुरुआत करूंगा।’’ उन्होंने कहा कि वह रिपब्लिकन पार्टी को एकजुट करने वाले नेता हैं। उन्होंने पार्टी के नेताओं से उनकी मुहिम और उन्हें मिल रहे व्यापक समर्थन को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे रिपब्लिकन पार्टी को राष्ट्रपति चुनााव जीतने में मदद मिलेगी। ट्रंप ने दावा किया कि वह न्यूयार्क जैसे कुछ ऐसे राज्यों में भी जीत प्राप्त करेंगे जहां आम तौर पर रिपब्लिकन पार्टी नहीं जीतती है। उन्होंने जीत के बाद अपने भाषण और संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी क्रूज, रूबियो और कासिच ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।

ट्रंप ने प्रश्नों का उत्तर देते हुए अपनी शानदार जीत का श्रेय उनके खिलाफ प्रचार करने वाले लोगों को और उनकी आलोचना करने वाले राष्ट्रपति पद के पूर्व रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी को दिया। ट्रंप ने अभी तक मात्र दो करोड़ 50 लाख डॉलर खर्च किए है जबकि उनके प्रतिद्वंद्वियों ने करीब 16 करोड़ डॉलर खर्च किए हैं।