भोपाल । हबीबगंज रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने का रास्ता आसान नजर आ रहा है। स्टेशन के रिडेवलपमेंट के लिए तकनीकी निविदा (बिड) में खरी उतरी तीनों कंपनियों ने वित्तीय निविदा में भाग लिया है। अब इनमें जो कंपनी ज्यादा पैसा लगाने को तैयार होगी उसे काम दिया जाएगा। 16 फरवरी को वित्तीय निविदा खुलने के बाद निर्माण एजेंसी तय होगी।

इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (आईआरएसडीसी) के अधिकारियों ने बताया मार्च के आखिर हफ्ते या अप्रैल से काम शुरू हो जाएगा। फाइनेंशियल बिड खुलने की तारीख पहले 28 जनवरी थी जिसे 16 फरवरी कर दिया गया है। वित्तीय निविदा में तीन कंपनियां बंसल कस्ट्रक्शन, आहलुवालिया कंस्ट्रक्शन व जीएमआर कंस्ट्रक्शन ने भाग लिया है।

काम शुरू होने के करीब तीन साल में स्टेशन वर्ल्ड क्लास बन जाएगा। देश के पांच स्टेशनों को पीपीपी मोड पर वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है। इसमें हबीबगंज भी शामिल है। पहले फेज में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। लगभग इतनी ही राशि दूसरे फेज में भी खर्च होगी। निर्माण कंपनी से स्टेशन के रिडेवलपमेंट के अलावा करीब 100 करोड़ रुपए मांगे जाएंगे। इस राशि से दूसरे फेज में डेवलपमेंट के लिए किया जाएगा।

आईआरएसडीसी के सीईओ एसके लोहानी का कहना है हबीबगंज स्टेशन के रिडेवलपमेंट के लिए वित्तीय निविदा 16 फरवरी को खुलेगी। तकनीकी निविदा में जो कंपनियां शामिल हुई थीं वे सब फाइनेंसियल निविदा में शामिल हुई हैं। रेल मंत्री की घोषणा हबीबगंज को वर्ल्ड क्लास बनाने की घोषणा हुए छह साल बीत गए हैं। 2009-10 के रेल बजट में इसका अनाउंसमेंट हुआ था। रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने 2015 के अंत तक काम शुरू होने का ऐलान किया था।

वर्ल्ड क्लास स्टेशन में

- मेट्रो और बीआरटीएस लेन से सीधा जुड़ेगा - आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे। बाहर जाने के लिए अंडर ग्राउंड सब वे बनेगा, जो सीधे सरकुलेटिंग एरिया में खुलेगा। - 36 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज (पैदल पुल) बनेगा। वेटिंग रूम भी होगा। एफओबी से प्लेटफॉर्म पर आने-जाने के लिए एस्केलेटर और लिफ्ट लगेंगी। - अलग से एक अन्य स्टेशन बिल्डिंग बनेगी। इसमें आरक्षण कार्यालय, रिटायरिंग रूम, वेंटिंग रूम, फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं रहेंगी। - सभी प्लेटफॉर्म पर शेड बनने के साथ ही प्लेटफॉर्म पर बेहतर पत्थर लगाए जाएंगे। - एयरपोर्ट की तर्ज पर पैसेंजर इन्फॉरमेशन सिस्टम होगा, तो बिना टिकट नहीं खुलेंगे प्रवेश द्वार। - मनोरंजन के लिए टेलीविजन व प्लेटफॉर्म पर बैठने के लिए लगेंगी आरामदायक कुर्सिंयां। - सामान लाने-ले जाने के लिए उपल्ब्ध होंगी ट्रॉली।