मुंबई: बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को 6 अंक की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ। वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच डेरिवेटिव्स खंड में जनवरी के वायदा अनुबंधों की गुरुवार को समाप्ति से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपना रखा था। यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र था, जब बाजार में तेजी रही।

कारोबारियों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत पूंजी निकासी तथा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति पर दो-दिवसीय बैठक से पहले वैश्विक स्तर बाजारों में मिल-जुले रुख से धारणा प्रभावित हुई। इसके अलावा डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से भी प्रभाव पड़ा। डॉलर के मुकाबले रुपया 29 महीने के न्यूनतम स्तर 68.05 पर पहुंच गया।

कच्चे तेल में तेजी के बीच अमेरिकी बाजार में मंगलवार की तेजी से कारोबार को थोड़ा बल मिला, लेकिन डेरिवेटिव्स खंड में जनवरी के वायदा अनुबंधों की समाप्ति से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपना रखा था। अंतरराष्ट्रीय तेल के दाम में फिर से नरमी की रिपोर्ट से भी धारणा प्रभावित हुई।

30 शेयरों वाला सेंसेक्स 6.44 अंक या 0.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 24,492.39 अंक पर बंद हुआ। एक समय सेंसेक्स 160 अंक की तेजी के साथ 24,645.70 के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। कारोबार के दौरान यह नीचे में 24,458.13 तक गया। पिछले दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 523.74 अंक मजबूत हुआ था। बाजार मंगलवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर बंद थे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.60 अंक या 0.02 प्रतिशत की हल्की बढ़त के साथ 7,437.75 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,477.90 से 7,419.70 के दायरे में रहा।