नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर दोनों कीमती धातुओं के दाम टूटने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 270 रुपए गिरकर सप्ताहांत पर 25420 रुपऐ प्रति दस ग्राम तथा चांदी एक हजार रुपए फिसलकर 33300 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। लंदन में शुक्रवार को नए साल के मौके पर बाजार पूरी तरह बंद रहे, जबकि गुरुवार को भी आधे दिन ही कारोबार हुआ। सप्ताह के दौरान सोना हाजिर 1.36 प्रतिशत लुढ़ककर 1061.2 डॉलर प्रति औंस पर रहा।

फरवरी का अमेरिकी सोना वायदा भी 15.30 डॉलर फिसलकर 1060.5 डॉलर प्रति औंस प्रति औंस बोला गया। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि अमेरिका में ब्याज दरें बढऩे के बाद सोने पर दबाव है। इस कारण इसमें गिरावट देखी गई है। आने वाले साल में इसकी कीमतें अन्य अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्यों के अलावा दो सबसे बड़े आयातक देशों चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति पर भी निर्भर करेगी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी हाजिर में भी 3.55 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट रही और यह 13.84 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।

सप्ताह के दौरान रुपए में हुए सुधार के कारण स्थानीय बाजार में अंतर्राष्ट्रीय बाजार की तुलना में दोनों कीमती धातुओं में गिरावट कुछ कम रही। सोना स्टैंडर्ड 1.05 प्रतिशत यानि 270 रुपए की साप्ताहिक गिरावट के साथ 25420 रुपये प्रति दस ग्राम पर रहा। सोना बिटुर भी इतना ही फिसलकर 25270 रुपए प्रति दस ग्राम बोला गया। हालांकि, आठ ग्राम वाली गिन्नी पूरे सप्ताह 22200 रुपए पर स्थिर रही। वैश्विक दबाव के साथ चांदी पर कमजोर औद्योगिक मांग का भी असर रहा।

सप्ताह के दौरान चांदी हाजिर 2.92 फीसदी यानि एक हजार रुपए लुढ़क गई और 33300 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई। चांदी वायदा भी 1010 रुपए टूटकर सप्ताहांत पर 33335 रुपए प्रति किलोग्राम रही। उतार-चढ़ाव से होते हुए सिक्का लिवाली और बिकवाली अंतत: क्रमश: 47 हजार रुपए तथा 48 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर स्थिर बंद हुए। स्थानीय कारोबारियों ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में आई गिरावट के कारण घरेलू बाजार में भी दोनों कीमती धातुओं के भाव टूटे हैं। इस दौरान सोने की स्थानीय ग्राहकी सुस्त बनी रही जबकि चांदी की औद्योगिक मांग कमजोर रही। आने वाले सप्ताह में भी दोनों कीमती धातुओं के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार तथा स्थानीय मांग पर निर्भर करेंगे।