
बेरूत : यूएस लीडरशिप वाली आर्मी ने पहली बार सोमवार को सीरियन फोर्स पर बम गिराए। सीरिया सरकार ने हमले को 'एक्ट ऑफ एग्रेशन' (भड़काने वाला काम) बताया है। सरकार ने हमले में तीन सैनिकों के मारे जाने और 13 के घायल होने का दावा किया है।
यूएन सिक्युरिटी काउंसिल से शिकायत
- सीरिया की ऑफिशियल न्यूज एजेंसी 'सना' के मुताबिक, सीरिया सरकार ने इस पर कड़ा विरोध जताते हुए यूएन सेक्रेटरी जनरल और यूएन सिक्युरिटी काउंसिल को चिट्ठी लिखी है।
- सरकार का कहना है कि अमेरिकी अगुआई वाली आर्मी ने यूएन चार्टर के गोल और प्रिंसिपल के उलट काम किया है।
अमेरिका की दलील
- हालांकि, अमेरिका ने मिलिट्री कैंप पर हुए हवाई हमले की बात से इनकार किया है। उसका कहना है कि इलाके में एक ही हवाई हमला किया गया था, जो कथित कैंप से करीब 55 किमी दूर है।
- अलायंस आर्मी के स्पोक्सपर्सन कर्नल स्टीव वॉरेन ने कहा, "हमने सीरियन रिपोर्ट्स देखें हैं। लेकिन हम कह सकते हैं कि वहां एक भी हवाई हमला नहीं किया गया। इसलिए इसका कोई सबूत नहीं है।"
- बता दें कि पिछले साल सितंबर से सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ ऑपरेशन जारी है।
कहां किया गया हमला?
- मॉनिटरिंग ग्रुप 'सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स' के मुताबिक, दर-ए-जोर स्टेट में यह हमला किया गया। अय्याश शहर में सइका मिलिट्री कैंप को निशाना बनाया गया।
- सीरियन गवर्नमेंट के एक सोर्स ने इस हमले की पुष्टि की है।
- दर-ए-जोर पूर्वी सीरिया में है, जिसके ज्यादातर हिस्से पर आईएसआईएस का कब्जा है। यहां तेल के कई कुएं हैं, जो कि आतंकियों के लिए रेवेन्यू का बड़ा सोर्स हैं।
आखिर क्या चल रहा है सीरिया में?
सीरिया में 2011 से सिविल वॉर जारी है। वहां फ्री सीरियन आर्मी जैसे कई ग्रुप राष्ट्रपति बशर अल असद की वफादार आर्मी से लड़ रहे हैं। इस्लामिक स्टेट ने भी सीरिया के कई हिस्सों पर कब्जा कर रखा है। ऐसे में, असद के लिए अपनी सत्ता को बचा पाना काफी मुश्किल हो रहा है।
सीरिया के मुद्दे पर रूस और अमेरिका जैसे देश क्यों हैं आमने-सामने?
> अमेरिका सीरियन प्रेसिडेंट असद को हटाना चाहता है, जबकि रूस असद का खुलकर सपोर्ट करता है।
> असद की आर्मी इस्लामिक स्टेट और पश्चिमी देशों के सपोर्ट वाले विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रही है। रूस भी असद की आर्मी के साथ है।
> मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अफसरों ने दावा किया है कि रूस सीरिया के उन इलाकोंं पर भी हवाई हमला कर रहा है, जहां आईएसआईएस एक्टिव नहीं है।
> ये वह इलाके हैं जहां सीरियाई प्रेसिडेंट असद के खिलाफ काम कर रहे कई विद्रोही संगठन एक्टिव हैं।
> रूस के साथ सीरिया, ईरान और इराक जैसे देश हैं।
> वहीं, रूस के खिलाफ अमेरिका की अगुआई में ब्रिटेन, तुर्की और बाकी देश हैं।