
चेन्नई. चेन्नई के एक अस्पताल में 18 मरीजों की दर्दनाक मौत हो गई है. ये घटना MIOT यानी मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ ऑर्थोपैडिक्स एंड ट्रॉमेटोलॉजी अस्पताल की है. बताया जा रहा है कि यहां आईसीयू में मरीज भर्ती थे लेकिन बिजली ठप होने के बाद ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने से 18 मरीजों की मौत हो गई.
मृतकों में वो मरीज हैं जिनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई थी. फिलहाल अस्पताल के सभी मरीजों को निकालकर सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
चेन्नई के लोगों के लिए ये घटना एक और चोट की तरह है. भारी बारिश के बाद चेन्नई पहले ही पानी-पानी है. लाखों लोग बेघर हो गए हैं और इन्होंने अपना सब कुछ गंवा दिया है. केंद्र सरकार ने तमिलनाडु सरकार को 1000 करोड़ की अतिरिक्त मदद दी है. खुद पीएम मोदी ने कल तमिलनाडु में हवाई दौरा किया.
तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे. राधाकृष्णन ने बताया, यह घटनाक्रम MIOT अस्पताल का है. उनके मुताबिक, मृतक गंभीर अवस्था में आईसीयू में भर्ती थे.
उनके मुताबिक, हालात बिगड़ने से पहले ही 200 मरीजों को छुट्टी दे दी गई थी, वहीं 300 को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया गया था.
पिछले कुछ दिनों से चेन्नई में हो रही लगातार बारिश के बाद अब वहां हालात सुधरने लगे हैं लेकिन अगले 48 घंटे इस राज्य के लिए बेहदम महत्वपूर्ण हैं क्योंकि मौसम विभाग ने इन 48 घंटों में भारी बारिश अनुमान जताया है. इस बीच अमेरिका ने चेन्नई बाढ़ में मदद के लिए हाथ बढ़ाया है.
दो दिन से बारिश से मिल रही राहत की वजह से नदियों का जलस्तर कम हुआ है वहीं सेना और राहत-बचाव दल ने भी लोगों तक मदद पहुंचाई है. सेना और एनडीआरएफ ने अब तक 9000 लोगों को बचाया है. पीएम मोदी ने गुरुवार को चेन्नई का हवाई दौरा किया और इसके साथ राज्य को 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया. केंद्र इससे पहले 940 करोड़ रुपये की मदद दे चुका है.
100 साल के बाद भयंकर बाढ़ से जूझ रहे चेन्नई और उसके निकटवर्ती बाढ़ग्रस्त कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों के हवाई सर्वेक्षण के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरा देश तमिलनाडु के साथ खड़ा है.