मुंबई : बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज तीन सप्ताह के उच्चस्तर से नीचे उतर गया और 51.56 अंक टूटकर बंद हुआ। आधार दर की गणना का नया तरीका लाए जाने से पहले सतर्कता भरे माहौल में बैंकिंग शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स में चार दिन की तेजी का सिलसिला थम गया। इसके अलावा अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना को लेकर भी बाजार धारणा प्रभावित हुई।
हेम सिक्योरिटीज के निदेशक गौरव जैन ने कहा, वाहन कंपनियों के उम्मीद से कमजोर मासिक बिक्री आंकड़ों तथा रुपये में गिरावट से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सतत लिवाली से एक समय दिन के उच्चस्तर 26,256.42 अंक पर पहुंच गया। हालांकि बाद में चले मुनाफावसूली के दौर से यह 26,041.68 अंक के निचले स्तर तक आया। अंत में सेंसेक्स 51.56 अंक या 0.20 प्रतिशत के नुकसान से 26,117.85 अंक पर बंद हुआ। इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 393.66 अंक चढ़ा था।
वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 23.55 अंक या 0.30 प्रतिशत के नुकसान से 7,931.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,910.80 से 7,979.30 अंक के दायरे में रहा। रिजर्व बैंक ने कल कहा था कि वह जल्द आधार दर की गणना के नए तरीके की घोषणा करेगा। इससे बैंकिंग शेयरों में गिरावट आई। एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों में 1.83 प्रतिशत तक का नुकसान रहा। इसके अलावा भेल, इन्फोसिस, एचडीएफसी, टाटा मोटर्स, कोल इंडिया, हिंद यूनिलीवर, एलएंडटी और हीरो मोटोकार्प के शेयर भी नुकसान में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 14 में गिरावट आई। वेदांता का शेयर स्थिर रहा।
सेंसेक्स की चार दिन की तेजी पर ब्रेक, मुनाफावसूली से 52 अंक टूटा
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