जबलपुर। शहर में आलू-प्याज सहित अन्य सब्जियों और फलों की फिलहाल कोई कमी नहीं होगी। कृषि उपज मंडी में सब्जी-फलों से भरे 40 से 45 ट्रक रोजाना पहुंच रहे हैं। शनिवार को भी मंडी में फल-सब्जियों की बंपर आवक रही। यदि ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल लंबी चली तो नवरात्र में जरूर आलू, सेब, केला जरूर लोगों की पहुंच से दूर हो सकते हैं। प्रशासन की सख्ती के बाद पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेण्डर की सप्लाई पर भी हड़ताल का कोई असर देखने नहीं मिला है। सप्लाई आम दिनों की तरह ही जारी रही।

किराना, कच्चे माल की सप्लाई रुकी

हड़ताल के चलते कच्चा माल, किराना सहित अन्य सामान की सप्लाई जरूर रुक गई है। जबलपुर ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के बैनर तले टोल टैक्स के विरोध में ट्रक मालिकों ने करीब 4000 ट्रक खड़े कर दिए हैं। परचून ट्रांसपोर्ट संघ ने गोटेगांव, नरसिंहपुर, दमोह तक किराना लाने-ले जाने की बुकिंग बंद कर ट्रक, ट्राली खड़ी कर दिए हैं। दूसरे राज्यों से माल लेकर आने वाले ट्रक खाली तो हो रहे पर लोड नहीं किए जा रहे।

ट्रक रोका तो सब्जी खराब होने का डर

- बीच रास्ते में ट्रक खड़े किए तो सब्जी, फल खराब होने का डर है।

- कृषि उपज मंडी के एंट्री गेट में सब्जी के 40 से 45 ट्रकों की एंट्री दर्ज की गई।

- कन्नौज, इटावा, आगरा, नासिक से आलू-प्याज के 30 से 35 ट्रक पहुंचे।

- भुसावल, साउदा महाराष्ट्र से केले से भरे 6 से 7 ट्रक पहुंचे।

- पत्ता गोभी, हरी मिर्च की आवक भी आम दिनों की तरह रही।

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दाम भी गिरे

- मंडी में आलू की कीमत थोक में 5 से 9 रुपए किलो बताई गई।

- प्याज के दाम 20 से 40 रुपए तक बताए गए।

- आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सब्जियों की आवक से कीमत बढ़ने की संभावना कम।

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पहले से भरी गाड़ी ही हो रही खाली

जबलपुर ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष परमवीर सिंह ने बताया कि हड़ताल का असर धीरे-धीरे दिखना शुरू होगा। अभी असर इसलिए कम है क्योंकि फल-सब्जियों के अलावा जो माल पहले से गाड़ियों में लोड हो गया है उसे खाली करने में वक्त लग रहा है। लेकिन हड़ताल ऐसे ही जारी रही तो सप्ताह भर के अंदर बाजार में व्यापक असर दिखने लगेगा। हड़ताल कब तक चलेगी इस पर श्री सिंह ने बताया कि केंद्र स्तर पर सोमवार को चर्चा के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।