भोपाल : भोपाल और हबीबगंज रेलवे स्टेशनों के रिटायरिंग रूमों को होटल के कमरों की तरह विकसित करने की योजना है। वहां बाकायदा रूम सर्विस और स्वादिष्ट भोजन भी आॅनकाल उपलब्ध कराया जा सकता है।
रेलवे बोर्ड ने देश के कुछ चुनिंदा स्टेशनों के रिटायरिंग रूमों को पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप  के तहत होटल रूम्स की तरह विकसित करने की योजना बनाई है। दिल्ली, मुंबई, बैंगलुरू, चैन्नई जैसे मेट्रो स्टेशनो पर तो ऐसी सुविधा मिल रही है लेकिन भोपाल जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों को भी इस योजना से प्रयोग के तौर पर जोड़े जाने की खबर है। खबर है कि उन प्रमुख स्टेशनों के रिटायरिंग रूमों को पहले अपग्रेड किया जाएगा जहां पहले से ही फू ड प्लाजा बने हुए हैं और रिटायरिंग रूम्स के विस्तार की भी जगह है। इस क्र ाईटेरिया में भोपाल और हबीबगंज स्टेशन खरे उतर रहे हैं। इन दोनों ही स्टेशनों पर फूड प्लाजा भी है और दोनों ही स्टेशनों के विस्तार की योजना भी पहले से चल रही है।

सेकंड एन्ट्री पर होगा निर्माण
भोपाल रेलवे स्टेशन के ड्राइव इन प्लेटफार्म के पास वाली सेकंड एन्ट्री पर रिटायरिंग रूम भी प्रस्तावित है। इसमें आठ एसी रूम्स बनना है। नई योजना के तहत आईआरसीटीसी को रिटायरिंग रूमों को होटलों की तर्ज पर मेंटेन करने नोडल ऐजेंसी बनाई है। आईआरसीटीसी इसके लिएपीपीपी के तहत पार्टियों को काल करेगी। पीपीपी के तहत मेंटेन करने वाली पार्टी को रेलवे लाभ का कुछ भाग देगा।

मिलेगी रूम सर्विस
अभी तक रिटायरिंग रूमों में रूम सर्विस नहीं दी जाती। यहां ठहरने वाले यात्री को चाय, नाश्ते और खाने के लिए बाहर जाना होता है। रूम सर्विस होने पर स्टेशन पर बने हुए फूडप्लाजा से केयरटेकर खाना लाकर देगा। इसके लिए यात्री को खाने का मेन्यू उलब्ध कराया जाएगा। सूत्रों के अनुसार भोपाल के रिटायरिंग रूम हमेशा फुल रहते हैं। यहां आक्यूपेंसी हमेशा ही पेक रहती है। इसी के साथ ही हबीबगंज में भी रिटायरिंग रूम पेक रहते हैं और वहां फू डप्लाजा भी है। समझा जाता है कि एक या दो माह में प्राईवेट पार्टियों से प्रस्ताव मांगे जाएंगे।