जालंधर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सर्वांगीण विकास के लिए डिजिटल इंडिया अभियान की शुरूआत भले ही की है लेकिन पंजाब सिविल सेवा का एक अधिकारी पहले से ही एक 'डिजिटल डिस्ट्रिक्ट' के विकास में लगा हुआ है। एडीसी (डी) कुमार अमित ने राज्य के किसानों को कृषि से जुड़ी खबरें, मंडी में फसलों की कीमतें, खेत खलिहानों से आने वाली जानकारियां और मिट्टी की गुणवत्ता के बारे में सही समय पर जानकारी मुहैया कराने और मोबाइल फोन पर मौसम का हाल-चाल बताने के लिए एक कठिन लक्ष्य साधना शुरू किया है। दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से आईटी में स्नातक अमित ने सूचनाएं एकत्र करने के लिए कृषि विभाग से समझौता किया है। कृषि विभाग से प्राप्त जानकारियां किसानों के लिए वैबसाइट पर मुहैया कराई जाएंगी।
अमित अपनी योजना के बारे में कहते हैं, ''सॉफ्टवेयर में किसान अपने लॉग-इन और पासवर्ड का इस्तेमाल करेंगे। इससे किसानों को कृषि कार्यों से जुड़ी आवश्यक जानकारियां मिल सकेंगी। किसान मौसम की भविष्यवाणी और मिट्टी की गुणवत्ता के हिसाब से फसलों का चयन कर पाएंगे। अब तक किसानों के बीच प्रतिस्पदर्धा का माहौल रहा था और मिट्टी की आवश्यकता जाने बिना वे अधिक से अधिक उत्पादन पाने के लिए जरूरत से अधिक उर्वरकों का छिड़काव करते थे। लेकिन अब मिट्टी की गुणवत्ता संबंधी जानकारी मिलने के बाद हम किसानों को इलैक्ट्रॉनिक माध्यम से सही मार्ग दिखा सकेंगे।''
अमित ने कहा, ''हाल में किसानों की बढ़ती आत्महत्याओं की घटनाओं के बाद मैंने यह पहल करने की सोची। मैंने मुक्तसर में एसडीएम के तौर पर काम किया है जहां मैंने कृषि कार्यों में लगे लोगों के सामने पेश होने वाली चुनौतियों का अध्ययन किया। हालांकि परियोजना में थाड़ा समय लगेगा। वास्तव में मुझे भी मालूम नहीं है कि हम कब तक इसे पूरा कर पाएंगे।'' अमित ने कहा, ''मैं अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर व्यक्तिगत स्तर पर इसे कर रहा हूं। हम कृषि क्षेत्र से जुड़ी खबरों जैसे स्वामीनाथन रिपोर्ट, संशोधित एमएसपी सहित अन्य बातों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
डिजीटल इंडिया से पहले चल रहा है \'डिजीटल डिस्ट्रिक्ट\'
← पिछली खबर
आपके विचार
पाठको की राय