भोपाल : मध्यप्रदेश में 21 अगस्त को विजयराघवगढ़, बहोरीबंद और आगर में होने जा रहे विधानसभा उप चुनाव में प्रचार के लिये आज शाम 6 बजे समय-सीमा समाप्त हो गई। अब राजनैतिक दल और प्रत्याशी आम सभा, रेली, लाउडस्पीकर आदि द्वारा प्रचार नहीं कर सकेंगे। उन्हें केवल घर-घर जाकर प्रचार करने की अनुमति होगी।

उप चुनाव की तैयारियों के संबंध में आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में बैठक में निर्वाचन व्यय निगरानी की भी समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि उप चुनाव के लिये जिलों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ पूर्ण कर ली गई हैं। तीन निर्वाचन क्षेत्र के 791 मतदान केन्द्र में लगभग साढ़े पाँच हजार शासकीय अधिकारी-कर्मचारी मतदान करवायेंगे। इनमें 2373 मतदान अधिकारी के अलावा 791-791 पीठासीन अधिकारी, बीएलओ, विशेष पुलिस अधिकारी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं।

बैठक में बताया गया कि उप चुनाव को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष तरीके से सम्पन्न करवाने के लिये सेन्ट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 8 कम्पनी तैनात की गई हैं। इनमें 5 कटनी जिले के दोनों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र तथा 3 आगर में सुरक्षा व्यवस्था सम्हालेंगी। प्रत्येक उप निर्वाचन वाले क्षेत्र में विशेष सशस्त्र बल की एक-एक कम्पनी भी तैनात की गई हैं। इसके अलावा विजयराघवगढ़, बहोरीबंद में 170 आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक तथा 250 प्रशिक्षित आरक्षक, 135 होम गार्ड सुरक्षा मोर्चा सम्हालेंगे। आगर में 130 आरक्षक एवं प्रधान आरक्षक, 150 प्रशिक्षित आरक्षक, 59 होम गार्ड भी तैनात रहेंगे। दोनों जिले में 50-50 समूह में रिजर्व फोर्स भी तैनात रहेगा।

बैठक में बताया गया कि उप चुनाव की घोषणा के बाद अब तक पुलिस कार्यवाही में आगर-मालवा जिले में 7 लाख 18 हजार 830 रुपये मूल्य की 1831 लीटर देशी शराब, 2500 रुपये मूल्य की 5.7 लीटर अंग्रेजी शराब जप्त की गई। कटनी जिले में 85 हजार 955 रुपये मूल्य की 362.6 लीटर देशी तथा 1950 रुपये मूल्य की 2.9 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गई। आबकारी अमले ने कटनी में 485 लीटर देशी तथा आगर-मालवा में 29 लीटर अंग्रेजी शराब जप्त की। सुरक्षा की दृष्टि से बिना लायसेंस वाले 33 हथियार, 10 कारतूस जप्त किये गये। दोनों जिले में 4683 लायसेंसी हथियार जमा करवाये गये। सीआरपीसी की धारा के तहत 1773 व्यक्ति को बाउंड ओवर किया गया। दोनों जिले में 309 गैर जमानती वारंट जारी किये गये तथा 4 व्यक्ति को जिला बदर किया गया। वलनेरेबल मेपिंग के तहत मतदान को प्रभावित करने वाले 10 व्यक्ति की पहचान की गई। इसी प्रकार प्रभावित होने वाले 860 व्यक्ति को चिन्हित कर मतदान के लिये समझाइश दी गई। वलनेरेबल मेपिंग में 10 मजरे-टोलों की पहचान की गई है।