आगरा : ताजमहल को हिन्दू मंदिर मानने वालों को आज उस वक्त धक्का लगा जब केन्द्र सरकार ने यह कह दिया कि इस दावे का कोई रिकार्ड मौजूद नहीं है।
आगरा के कुछ वकीलों ने 17वीं शताब्दी की शानदार इमारत ताजमहल के हिन्दू मंदिर होने को लेकर याचिका दायर की थी। श्री पी एन ओक समेत कुछ इतिहासकारों का भी दावा था कि ताजमहल भगवान शिव का मंदिर था तथा इसका नाम तेजो महालया था। ताजमहल कभी हिन्दू राजभवन था नाम से श्री ओक की एक किताब भी प्रकाशित हुई थी।
केन्द्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने हाल ही में कहा कि ताजमहल के हिन्दू मंदिर होने का कोई रिकार्ड नहीं मौजूद है। आगरा के छह वकीलों ने ताजमहल के हिन्दू मंदिर होने को लेकर याचिका दायर की थी जिसकी नोटिस भारतीय पुरातत्व विभाग, केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय तथा राज्य के गृह सचिव को भेजी गयी थी और इनसे जवाब मांगा गया था।
नहीं मिला ताजमहल के मंदिर होने का कोई सबूत!
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