चंडीगढ: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेकेंद्र सरकार द्वारा प्राकृतिक प्रकोप से फसलें खराब होने पर दिए जाने वाली मुआवजा राशि में जो 50 प्रतिशत बढ़ौतरी करने का फैसला लिया है, वह अभूतपूर्व और ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही प्रदेश के किसान से वायदा किया था कि जब केंद्र सरकार मुआवजा राशि में बढ़ौतरी करेगी तो प्रदेश सरकार भी मुआवजा राशि बढ़ाएगी। राज्य की यह बढ़ौतरी देशभर में सर्वाधिक होगी। उन्होंने कहा कि गेहूं की फसल 75 से अधिक 100 प्रतिशत तक खराब होने पर 10000 की बजाय 12000 रुपए प्रति एकड़ व सरसों की फसल पर 7500 की जगह 10,000 रुपए का मुआवजा मिलेगा।
गेहूं की फसल 50 से अधिक 75 प्रतिशत तक खराब होने पर 7500 की जगह 9500 रुपए प्रति एकड़ व सरसों की फसल पर 5000 की बजाय 7000 रुपए का मुआवजा मिलेगा। गेहूं की फसल 25 से अधिक व 50 प्रतिशत तक खराब होने पर 5000 की जगह 7000 रुपए प्रति एकड़ व सरसों की फसल पर 400 की बजाय 5500 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। एक महीने के अंदर-अंदर मुआवजा राशि का वितरण कर दिया जाएगा।
गेहूं की फसल पर 12,000 रुपए मिलेगा मुआवजा : खट्टर
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