भारत सहित दुनियाभर के देशों के सेंट्रल बैंक क्रिप्टोकरेंसी को लीगल करेंसी का दर्जा देने को तैयार नहीं है। लेकिन, अल सल्वाडोर बिटकॉइन को लीगल टेंडर के तौर पर अपनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। कहने का मतलब यह है कि सेंट्रल अमेरिका के इस देश के लोग वित्तीय लेन-देन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा मिलने की आशंका
रियल वर्ल्ड में क्रिप्टोकरेंसी के एक्सपेरिमेंट का समर्थन करने वालों का कहना है कि इससे अल सल्वाडोर में हर साल विदेश से आने वाले अरबों डॉलर के फंड पर लगने वाला कमीशन कम हो जाएगा। हालांकि, वर्चुअल करेंसी को लीगल टेंडर के तौर पर अपनाने का विरोध करने वालों का कहना है कि इससे मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा मिल सकता है।
बिटकॉइन में बेहिसाब उतार-चढ़ाव से चिंता
हालांकि क्रिप्टोकरेंसी अपनाने को लेकर हुए सर्वे के मुताबिक अल सल्वाडोर के लोग बिटकॉइन के इस्तेमाल को लेकर सशंकित नजर आ रहे हैं। उनकी चिंता उसमें होने वाले बेहिसाब उतार-चढ़ाव को लेकर है। आलोचकों का कहना है कि इससे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए रेगुलेटरी और फाइनेंशियल रिस्क बढ़ेगा।
बचेगा 40 करोड़ डॉलर का रेमिटेंस कमीशन
अल सल्वाडोर में क्रिप्टोकरेंसी अपनाने के प्लान को बढ़ावा वहां के जवान और लोकप्रिय प्रेसिडेंट Nayib Bukele दे रहे हैं। प्रेसिडेंट चाहते हैं कि विदेश, खासतौर पर अमेरिका में रहने वाले उनके हमवतन हर साल अरबों डॉलर स्वदेश भेजने के लिए कमीशन के तौर पर जो 40 करोड़ डॉलर खर्च करते हैं, वो बच जाएं।
GDP का 23% है अल सल्वाडोर की रेमिटेंस इनकम
पिछले साल अल सल्वाडोर में रेमिटेंस के तौर पर 6 अरब डॉलर आए थे। यह उसके ग्रॉस डोमेस्टिक प्रॉडक्ट (GDP) के 23% के बराबर था। जीडीपी के मुकाबले इतना ज्यादा रेमिटेंस बहुत कम देशों में है। गौरतलब है कि अल साल्वाडोर ने अपनी करेंसी कोलोन को खत्म करके वर्ष 2001 में उसकी जगह अमेरिकी डॉलर को अपनाया था।
'शिवो' डिजिटल वॉलेट के ATM लगाने में जुटी सरकार
सरकार ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर के तौर पर अपनाने से पहले अपने शिवो डिजिटल वॉलेट के एटीएम लगाने में जुटी थी। इस वॉलेट के जरिए क्रिप्टोकरेंसी को डॉलर में बिना कमीशन कनवर्ट किया और विदड्रॉ जा सकेगा। हालांकि प्रेसिडेंट ने नागरिकों से कहा है कि इस पहल के नतीजों को लेकर हड़बड़ी नहीं दिखाना चाहिए।
400 बिटकॉइन की हुई शुरुआती खरीदारी
सोमवार को अल सल्वाडोर ने 400 बिटकॉइन की शुरुआती खरीदारी की थी, जिसके बाद क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 1.49% बढ़कर $52,680 से ज्यादा हो गई थी। बिटकॉइन में बहुत तेज उतार-चढ़ाव होता है। इसी साल अप्रैल में 64,000 डॉलर से ऊपर गया बिटकॉइन मई में गिरकर 30,000 डॉलर तक आ गया था।
मूडीज ने क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया है
बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने के बाद अल सल्वाडोर के सामने कुछ समस्याएं आने लगी हैं। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अल सल्वाडोर की क्रेडिट रेटिंग को डाउनग्रेड कर दिया है और डॉलर में जारी बॉन्ड पर दबाव बन गया है। जानकारों के मुताबिक, बिटकॉइन को डॉलर के बराबर का दर्जा देने से इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) के साथ एक अरब डॉलर से ज्यादा के फाइनेंसिंग एग्रीमेंट की संभावनाएं कमजोर हो सकती हैं।