रेलवे की कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) का शेयर आज 9% बढ़कर 3,297 रुपए पर पहुंच गया। इस वजह से कंपनी मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से 89 वें नंबर पर आ गई है। इसका मार्केट कैप 52,610 करोड़ रुपए हो गया। कल यह 92 वें नंबर पर थी।
4 दिनों में कंपनी का शेयर 21% तक बढ़ा
पिछले 4 दिनों में कंपनी का शेयर 21% तक बढ़ा है। 4 दिनों से लगातार यह शेयर बढ़ रहा है। कल यह 5% से ज्यादा बढ़ कर कारोबार कर रहा था। एक हफ्ते पहले यह शेयर 2,711 रुपए पर था। इसके शेयर में जबरदस्त तेजी ने निवेशकों को मालामाल बना दिया है। जानकार मानते हैं कि अभी भी यह शेयर तेजी में रह सकता है।
मार्केट कैप 52,610 करोड़ रुपए हुआ
सोमवार को IRCTC का मार्केट कैप 48,100 करोड़ रुपए था। मंगलवार को यह 52 हजार करोड़ रुपए को पार कर गया। इसका शेयर 4.88% बढ़कर 3,009 रुपए पर बंद हुआ था। पिछले 1 महीने में कंपनी का शेयर 2,450 से बढ़कर 3,041 तक पहुंच गया। 4 दिन से लगातार यह शेयर नया हाई बना रहा है। पिछले साल नवंबर में यह शेयर 1,291 रुपए पर था।
मैक्रोटेक को पीछे छोड़ा
IRCTC से पहले टोरंट फार्मा है। इसने आज मैक्रोटेक को पीछे छोड़ा है। कल मैक्रोटेक इससे आगे थी। वैसे शेयर्स की कीमतों में तेजी से कई कंपनियां इस साल अपना रैंकिंग सुधारने में सफल रही हैं। शेयर्स की कीमतों में तेजी से एसबीआई कार्ड 1 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैप वाली कंपनी बन गई है। इसका मार्केट कैप 1.02 लाख करोड़ रुपए है। जोमैटो, वेदांता भी 1 लाख करोड़ रुपए के क्लब में हैं। इनके शेयर्स में भी अच्छी तेजी दिखी है।
शेयर्स की कीमतें और बढ़ेंगी
वैसे जानकार मानते हैं कि IRCTC का शेयर अभी भी तेजी में रह सकता है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के संतोष मीणा कहते हैं कि IRCTC का शेयर अभी भी तेजी वाले माहौल में है। इस साल में इस शेयर ने अच्छी तेजी दिखाई है। कोविड की वजह से यह कंपनी जबरदस्त प्रदर्शन कर रही है। हर कोई इस शेयर को खरीदना चाहता है। हालांकि यह शेयर लगातार ऊपर की ओर ही जा रहा है।
असेट मोनेटाइजेशन से मिलेगा फायदा वे कहते हैं कि रेलवे के असेट मोनेटाइजेशन प्लान से इस कंपनी के शेयर को और तेजी मिल सकती है। यह शेयर 3,300 रुपए तक जा सकता है। हालांकि इसमें 3,070-3,100 रुपए के बीच मुनाफा वसूली भी की जा सकती है। अगर यह शेयर 2,775 रुपए तक जाता है तो इसमें खरीदारी भी कर सकते हैं।
रेवेन्यू और फायदा बढ़ा
IRCTC का रेवेन्यू और फायदा दोनों कोरोना में बढ़त में रहा है। सालाना आधार पर इसका रेवेन्यू 243 करोड़ रुपए रहा है। इसमें सबसे ज्यादा रेवेन्यू इंटरनेट टिकटिंग सेगमेंट से आता है। यह कुल रेवेन्यू के 60% के करीब है। हालांकि जैसे ही कोरोना के बाद सब कुछ सामान्य होगा, इसका कैटरिंग वाला सेगमेंट भी अच्छा योगदान करेगा। अभी फिलहाल कैटरिंग सेगमेंट से इसका रेवेन्यू बहुत कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रेनों में खाना पीना बंद है।