नई दिल्ली। इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की जिंदगी में स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस काफी अहम हैं। स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले धौनी ने कहा कि हमारे लिए साल में दो दिन खास हैं। एक गणतंत्र दिवस और दूसरा स्वतंत्रता दिवस। उन्होंने कहा कि देश का प्रतिनिधित्व करने से बेहतर कुछ नहीं होता है। मैच के पहले जब राष्ट्र गान की धुन बजती है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं। मुझे गर्व है कि मैं भारत जैसे देश में पैदा हुआ। मैं तिरंगे को फहराता हुआ देखकर गौरवान्वित महसूस करता हूं।

स्वतंत्रता दिवस के बारे में माही ने कहा कि स्कूल के समय से ही हमें इस दिन के महत्व के बारे में बताया जाता था। यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण अवसर है। इस मौके पर हम इंग्लैंड में हैं, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि भारत हमारे दिल में बसा है। स्वतंत्रता की गाथाओं के बारे में धौनी ने कहा कि इस लड़ाई की बहुत सारी गाथाएं हैं और उनमें से एक को चुनना सही नहीं है, लेकिन 1857 की क्रांति देश को स्वतंत्रता दिलाने की अहम वजह रही। मुझे लगता है कि उस समय तकनीक की कमी थी और लोगों को इस बारे में जानकारी देना बहुत मुश्किल था। पूरे देश में इसका संदेश देना कितना मुश्किल रहा होगा। निश्चित ही अगर ऐसी कोई तकनीक होती तो हम जल्दी स्वतंत्रता हासिल कर लेते।

देशभक्ति के गानों पर धौनी ने कहा कि आनंद मठ फिल्म में वंदेमातरम को जिस तरह गाया गया है, वह मुझे बहुत पसंद है। माही ने आजादी से पहले की घटनाओं को याद करते हुए कहा कि जालियांवाला बाग की घटना बहुत ही दुखदायी थी। शांति से प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों को मार दिया गया था। इस नरसंहार के बाद ही आजादी के लिए देश की आवाज और बुलंद हुई। उन्होंने कहा कि मैं उन शहीदों को 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाना समर्पित करना चाहूंगा।

उन्होंने कहा कि भारत अनेकता में एकता का प्रतीक है और भारतीय सेना, भारतीय क्रिकेट टीम और अन्य टीमें भी इसे प्रदर्शित करती हैं। मैं सेना को सलाम करना चाहता हूं। मैं जम्मू-कश्मीर गया हूं, लेकिन सियाचिन नहीं गया। ऐसी कठिन परिस्थितियों में भारत की रक्षा करने के लिए सेना के जवान डटे रहते हैं। भारतीय कप्तान ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के योगदान को भी याद किया।