
जबलपुर। बंगाल की खाड़ी से आ रहे मानसून के छोटे-छोटे सिस्टमों ने जबलपुर और ग्वालियर संभाग में जमकर दरियादिली दिखाई। जबलपुर में सोमवार की सुबह से शुरू हुई रिमझिम बारिश का जो दौर शुरू हुआ तो देर रात तक यह समाचार लिखे जाने तक कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी रहा। श्रावण महीनें की शुरुआत हुई और लगा कि ‘‘आया सावन झूम के’’ पिछले २४ घंटों के दौरान हुई लगभग डेढ़ इंच वर्षा ने शहर को तरबतर कर दिया। मौसम विभाग की मानें तो अभी दो-तीन दिनों तक कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश का दौर जारी रहेगा। अगले २४ घंटों के दौरान जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की चेतावनी दी गई है।
हिमालय की तराई से ऊपर आई मानसूनी रेखा राजस्थान से होते हुये उत्तरी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। उत्तरी मध्यप्रदेश के ऊपर हवाओं के ऊपरी चक्रवात का घेरा बना हुआ है, जिससे बारिश हो रही है। लम्बे इंतजार के बाद मानसूनी बादलों ने राहत की बरसात की। रविवार की रात शुरु हुई बारिश देर रात जाकर थमी, सोमवार को सुबह पानी गिरा, फिर दिनभर बारिश होती रही। इसके बाद देर रात तक रिमझिम पुâहारों का क्रम जारी रही। अधिकांश इलाकों में सड़कों पर कीचड़ जमने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सीवर लाईन के लिये खोदी गई सड़वेंâ आज भी मरम्मत के लिये तरस रही हैं। गड्ढे कीचड़ और गंदगी के कारण भंवरताल, गोलबाजार, लार्डगंज, कछियाना, एमआरफोर रोड, रानीताल से गुलौआ मार्ग और गुलौआ से संजीवनी नगर, मेडिकल मार्ग की दुर्दशा देखते ही बनती है। यहां से आदमी सुरक्षित निकल जाये तो यह उसका भाग्य।
बहरहाल, मौसम कार्यालय के मुताबिक अगले २४ घंटों के दौरान आसमान पर बादल छाये रहेंगे और संभाग के कुछ हिस्सों में तेज वर्षा भी हो सकती है। पिछले २४ घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान २७.१ डिग्री सेल्सियस सामान्य से २ डिग्री कम दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान २३.७ डिग्री सेल्सियस सामान्य दर्ज किया गया। हवा में नमी प्रातःकाल ९३ प्रतिशत, सायंकाल ९५ प्रतिशत आंकी गर्इं २४ घंटों में कुल वर्षा १०.५ मिमी दर्ज की गई। १ जून से अब तक हुई कुल वर्षा का आंकड़ा ३५१.०५ मिमी लगभग १३ इंच पर पहुंच गया है। गत वर्ष आज के दिन ०.४ मिलीमीटर वर्षा हुई थी जबकि कुल वर्षा २५५.५ मिमि दर्ज की गई थी। गत वर्ष आज के दिन अधिकतम तापमान ३४.४ और न्यूनतम तापमान २४.६ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के मुताबिक झारखंड में कम दबाव का क्षेत्र है, जबकि उत्तर पश्चिमी मध्यप्रदेश में हवा का कम दबाव बना हुआ है। लिहाजा अगले २४ घंटों के दौरान जबलपुर, ग्वालियर और रीवा संभाग में जोरदार वर्षा हो सकती है।